अमेरिका ने बुधवार को कहा कि पिछले महीने अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर आतंकवादी हमले के लिए पाकिस्तान का आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा जिम्मेदार है।
विदेश विभाग ने लश्कर के कुछ सहयोगी संगठनों और सदस्यों पर अतिरिक्त पाबंदियों की घोषणा करते हुए आज कहा, 'अफगानिस्तान के हेरात में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर 23 मई, 2014 को हुए हमले के लिए लश्कर जिम्मेदार था।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह से तीन दिन पहले हेरात में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला जाहिर तौर पर मोदी की दक्षेस देशों के साथ संपर्क की पहल को पटरी से उतारने की कोशिश का हिस्सा था।
मोदी ने 26 मई को अपने शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तान समेत दक्षेस राष्ट्रों के प्रमुखों को आमंत्रित किया था।
शपथ ग्रहण समारोह की पूर्वसंध्या पर अफगान राष्ट्रपति हामिद करजई ने एक भारतीय समाचार चैनल से कहा था कि आतंकवादी हमले के लिए लश्कर-ए-तैयबा जिम्मेदार है।
विदेश विभाग ने कहा कि एलईटी ने जमात-उद-दावा को आगे रहकर काम करने वाले संगठन के तौर पर विकसित किया है और वह दावा करता है कि जमात इस्लाम, राजनीति तथा सामाजिक कार्यों के उपदेश देने वाला संगठन है।
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