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किम जोंग को क्यों आई ट्रंप की याद? नॉर्थ कोरिया का तानाशाह इस शर्त पर अमेरिका से बात करने को तैयार

डोनाल्ड ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान किम जोंग उनसे हाई-प्रोफाइल शिखर सम्मेलनों के लिए तीन बार मिले थे. हालांकि 2019 में हनोई में इस बात पर वार्ता विफल हो गई थी कि प्योंगयांग कितना पीछे हटने के लिए तैयार था.

किम जोंग को क्यों आई ट्रंप की याद? नॉर्थ कोरिया का तानाशाह इस शर्त पर अमेरिका से बात करने को तैयार
  • किम जोंग उन ने कहा कि वह अमेरिका के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं लेकिन परमाणु निरस्त्रीकरण की मांग छोड़नी होगी
  • उन्होंने अमेरिकी प्रतिबंधों को नॉर्थ कोरिया की मजबूती और प्रतिरोध की क्षमता बढ़ाने वाला बताया है
  • किम ने ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान हुई 3 उच्चस्तरीय बैठकों की सकारात्मक यादें साझा कीं
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नॉर्थ कोरिया के तानाशाह नेता किम जोंग उन ने कहा कि वह संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ भविष्य में बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकि इसके लिए उनकी एक शर्त है. उन्होंने कहा है कि वह अमेरिका से तभी बात करेंगे जब अमेरिका अपनी यह मांग छोड़ दे कि नॉर्थ कोरिया को अपने परमाणु हथियार त्यागने होंगे. न्यूज एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार नॉर्थ कोरिया की सरकारी मीडिया ने सोमवार, 22 सितंबर को यह जानकारी दी.

रिपोर्ट के अनुसार किम जोंग ने यह भी कहा कि उनके पास अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की “अच्छी यादें" हैं. किम जोंग ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान हाई-प्रोफाइल शिखर सम्मेलनों के लिए तीन बार मिले थे. हालांकि 2019 में हनोई में इस बात पर वार्ता विफल हो गई थी कि प्योंगयांग क्या रियायतें देने के लिए तैयार था.

नॉर्थ कोरिया की सरकारी कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी के अनुसार, किम ने कहा, "अगर संयुक्त राज्य अमेरिका परमाणु निरस्त्रीकरण (परमाणु हथियार छोड़ना) के अपने भ्रम से भरे जुनून को त्याग देता है और वास्तविकता को पहचानने के आधार पर, वास्तव में हमारे साथ शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की इच्छा रखता है, तो कोई कारण नहीं है कि हम इसे (बातचीत) पूरा नहीं कर सकते."

किम जोंग एक बात पर अड़िग हैं कि वो अपने परमाणु हथियारों को नहीं छोड़ेंगे जबकि अमेरिका इस बात की जिद्द करता रहा है कि उसे अपने ये हथियार छोड़ने होंगे. लंबे समय से दोनों देशों के बीच यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा रही है. इन परमाणु हथियारों की वजह से नॉर्थ कोरिया पर UN के कड़े प्रतिबंध लगे हुए हैं. हालांकि किम ने कहा कि प्रतिबंधों ने नॉर्थ कोरिया को "मजबूत बनने, सहनशक्ति और प्रतिरोध का निर्माण करने में मदद की है जिसे किसी भी दबाव से कुचला नहीं जा सकता".

किम ने अपने देश की रबर-स्टैंप संसद में एक व्यापक भाषण में कहा, "मेरे पास अभी भी व्यक्तिगत रूप से वर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति, ट्रंप की अच्छी यादें हैं."

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