प्रधानमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी की जम्मू-कश्मीर यात्रा से पहले पाकिस्तान ने उसे 'विवादास्पद क्षेत्र' बताया है।
विदेश कार्यालय की प्रवक्ता तसनीम असलम खान ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, 'हम जम्मू-कश्मीर के भारत में तथाकथित विलय को स्वीकार नहीं करते हैं। कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा नहीं है। हमारा रुख है कि जम्मू-कश्मीर विवादास्पद क्षेत्र है।' उनका बयान नरेंद्र मोदी के एक दिन की जम्मू और श्रीनगर की यात्रा की पूर्व संध्या पर आया है।
मोदी की राज्य की यात्रा से जुड़े एक सवाल पर खान ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर की जनता को अब भी अपने आत्मनिर्णय के अधिकार का इस्तेमाल करना है जिसके बारे में उन्हें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के तकरीबन 20 प्रस्तावों के द्वारा आश्वासन दिया गया है।'
पाकिस्तान की दलील को भारत ने सीधे तौर पर खारिज कर दिया है। भारत ने कहा कि जम्मू-कश्मीर उसका अभिन्न अंग है।
यात्रा के दौरान मोदी का पहला पड़ाव जम्मू में होगा। वहां से वह कटरा जाएंगे जहां वह नवनिर्मित कटरा रेलवे स्टेशन से उधमपुर के लिए उद्घाटन ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। प्रधानमंत्री उसके बाद श्रीनगर जाएंगे जहां वह 'सैनिक सम्मेलन' को संबोधित करेंगे।
खान ने अपने साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन के दौरान आरोप लगाया कि भारत पाकिस्तानी कैदियों को रिहा नहीं कर रहा है, जिन्होंने अपने कारावास की सजा पूरी कर ली है। उन्होंने कहा, 'दुर्भाग्य से हमारे कुछ नागरिक अब भी जेलों में हैं जिन्होंने भारत में अपनी प्राथमिक सजा काट ली है। कभी-कभी भारतीय अधिकारियों द्वारा प्रक्रिया पूरी नहीं की जाती है या बाद में उनके खिलाफ नए आरोप लगाए जाते हैं और जेल की सजा नए सिरे से शुरू हो जाती है।'
खान ने कहा कि भारत द्वारा प्रदान की गई सूची के अनुसार 264 पाकिस्तानी असैनिक और 116 मछुआरे भारतीय जेलों में बंद हैं।
खान ने कहा कि हाल में भारतीय अधिकारियों ने सूचित किया कि वे नौ पाकिस्तानी कैदियों को रिहा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह आश्वस्त नहीं हैं कि भारत द्वारा दी गई सूची में उनका नाम शामिल है या नहीं।
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