कोरोनावायरस से संक्रमित होने की पुष्टि होने के बाद खुद की इच्छा से अलग रह रहे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने सभी ब्रिटिश परिवारों को पत्र लिखकर कोरोनावायरस की महामारी से लड़ने के लिए घरों में रहने, सामाजिक मेल मिलाप से दूरी बनाने के नियम का अनुपालन करने का आह्वान किया है. इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि परिस्थितियां ठीक होने से पहले खराब होंगी. प्रधानमंत्री की लिखी चिट्ठी कोरोनावायरस से लड़ने के लिए सरकार द्वारा जारी परामर्श की पुस्तिका के साथ डाक के जरिये तीन करोड़ घरों को भेजी जा रही है जिस पर करीब 58 लाख पाउंड की लागत आई है. जॉनसन ने कहा कि वह सख्त कदम उठाने से भी नहीं हिचकेंगे.
संक्रमण के हल्के लक्षणों के बीच घर से ही काम कर रहे ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने चेतावनी दी कि चीजे बेहतर होने से पहले और खराब होंगी. उल्लेखनीय है कि शनिवार को कोरोनावायरस से ब्रिटेन में 260 और लोगों की मौत से मृतकों की संख्या एक हजार के पार पहुंचकर 1,016 हो गई है जबकि 17,089 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है.
जॉनसन ने देश को लिखे पत्र में कहा, ‘‘ यह अहम है कि मैं आपसे बात करूं. हम जानते हैं कि चीजें बेहतर होने से पहले खराब होंगी लेकिन हम उचित तैयारी कर रहे हैं और जितना हम नियमों का अनुपालन करेंगे उतनी ही कम हम जानों को खोएंगे और उतनी ही जल्दी सामान्य जिंदगी पटरी पर लौटेगी.''
उन्होंने कहा, ‘‘ शुरुआत से ही हमने सही उपाय सही समय पर उठाए. हम आगे भी नहीं हिचकेंगे अगर वैज्ञानिक और चिकित्सा जगत हमें ऐसा करने की सलाह देता है.'' कंजर्वेटिव पार्टी के 55 वर्षीय नेता ने पत्र में डॉक्टरों, नर्सों सहित उन सभी का आभार व्यक्त किया जो कोरोनावायरस से लड़ने के लिए घरों से बाहर हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘हजारों सेवानिवृत्त डॉक्टर और नर्स दोबारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) में लौट रहे हैं. हजारों नागरिक स्वयंसेवक बन सबसे असुरक्षित लोगों की मदद कर रहे है. इसलिए यह क्षण राष्ट्रीय आपातकाल की स्थिति है. मैं आह्वान करता हूं कि कृपया घरों में रहें और एनएचएस एवं जिंदगियों को बचाएं.''
जॉनसन ने पत्र में इसके साथ ही सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों और लोगों को दिए गए निर्देशों का उल्लेख करने के साथ उनका अनुपालन करने की अपील की है. इस बीच, जॉनसन के कैबिनेट में व्यापार मंत्रालय देख रहे भारतीय- ब्रिटिश मूल के वरिष्ठ मंत्री आलोक शर्मा ने प्रधानमंत्री की सेहत की जानकारी देते हुए खुलासा किया कि वह स्वयं आगे से नेतृत्व कर रहे हैं.
उन्होंने घोषणा की कि कंपनियों के लिए दिवालिया कानून में संशोधन किया जाएगा ताकि कोरोना संकट की वजह से अधिक लचीलापन रुख अपनाया जा सके. शर्मा ने बताया, ‘‘ इन उपायों से संकट की समाप्ति पर कंपनियों को अधिक समय और स्थान मिलेगा साथ ही निवेशकों को मौजूदा परिस्थितियों में बेहतरीन दर पर लाभ सुनिश्चित होगा.''
शर्मा के साथ मौजूद एनएचएस इंग्लैंड के चिकित्सा निदेशक स्टीफन पोवीस ने जोर देकर कहा कि कोरोना वायरस से ब्रिटेन में मौतों की संख्या को 20 हजार से नीचे रखने के लिए हर व्यक्ति को अपनी भूमिका निभानी होगी. उल्लेखनीय है कि यह चेतावनी सरकार के प्रमुख महामारी मामलों के सलाहकार नील फर्गुसन की सलाह पर आई है. उन्होंने संडे टाइम्स से कहा कि ब्रिटेन की आबादी को करीब तीन महीनों तक घर में रहना चाहिए.
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