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गाजा शहर को भी रफा बना देंगे अगर… इजरायल ने 'नर्क का दरवाजा' खोलने की धमकी क्यों दी?

इजरायल के रक्षा मंत्री ने लिखा है कि अगर हमास हमारी शर्तों पर सहमत नहीं होते हैं तो गाजा शहर भी रफा और बेत हनौन बन जाएगी. गाजा के इन दोनों शहरों को इजरायल पहले ही तबाह कर चुका है.

गाजा शहर को भी रफा बना देंगे अगर… इजरायल ने 'नर्क का दरवाजा' खोलने की धमकी क्यों दी?
विस्थापित फिलिस्तीनी बच्चियां इजरायली हवाई हमले से बने एक गड्ढे के पास से गुजरती हुईं
  • इजरायल के रक्षा मंत्री काट्ज ने कहा कि हमास युद्ध समाप्ति की शर्तें नहीं मानेगा तो गाजा शहर नष्ट कर दिया जाएगा
  • PM नेतन्याहू ने कहा कि सभी इजरायली बंधकों को रिहा कराने के लिए बातचीत के साथ ही गाजा पर नियंत्रण किया जाएगा
  • इजरायल ने गाजा पर कब्जा करने के लिए लगभग साठ हजार रिजर्व सैनिकों को बुलाने की अनुमति दी है.
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इजरायल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने शुक्रवार, 22 अगस्त को कसम खाई कि अगर हमास हथियार छोड़ने, शेष सभी इजरायली बंधकों को रिहा करने और इजरायल की शर्तों पर युद्ध समाप्त करने के लिए सहमत नहीं हुआ तो गाजा शहर को नष्ट कर दिया जाएगा.

रक्षा मंत्री ने सोशल मीडिया पर लिखा, "जल्द ही, गाजा में हमास के हत्यारों और बलात्कारियों के सिर पर नरक के दरवाजे खुलेंगे- जब तक कि वे युद्ध को समाप्त करने के लिए इजरायल की शर्तों, मुख्य रूप से सभी बंधकों की रिहाई और उनके निरस्त्रीकरण पर सहमत नहीं हो जाते." 

उन्होंने आगे लिखा कि "अगर वे (हमास) सहमत नहीं होते हैं तो हमास की राजधानी गाजा, रफा और बेत हनौन बन जाएगी." दरअसल रफा और बेत हनौन गाजा के दो शहर हैं जिसे इजरायल ने अपने पहले के मिलिट्री ऑपरेशन के दौरान ही बड़े पैमाने पर नष्ट कर दिया है.

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नेतन्याहू को गाजा भी चाहिए और अपने बंधक भी

इससे पहले इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गुरुवार देर रात कहा था कि उन्होंने गाजा में शेष सभी इजरायली बंधकों को मुक्त कराने के उद्देश्य से तत्काल बातचीत का आदेश दिया है. नेतन्याहू ने कहा कि बंधकों को रिहा करने का प्रयास गाजा शहर पर नियंत्रण करने और हमास के गढ़ को नष्ट करने के ऑपरेशन के साथ ही होगा. 

इस सप्ताह की शुरुआत में, रक्षा मंत्रालय ने गाजा शहर पर कब्जा करने में मदद के लिए लगभग 60,000 रिजर्व सैनिकों को बुलाने की अनुमति दी थी. 

नेतन्याहू ने एक वीडियो बयान में कहा, "ये दो मामले - हमास को हराना और हमारे सभी बंधकों को रिहा करना - साथ-साथ चलते हैं." नेतन्याहू ने सीजफायर पर बातचीत के अगले चरण में क्या होगा, इसके बारे में कोई अधिक जानकारी नहीं दी.

अमेरिका के समर्थन में मिस्र और कतर बिचौलिए बने हुए हैं ताकि इजरायल और गाजा के इस संघर्ष में स्थायी संघर्ष विराम (सीजफायर) सुनिश्चित किया जा सके. वे अपने नए प्रस्ताव पर इजरायल की आधिकारिक प्रतिक्रिया का कई दिनों से इंतजार कर रहे हैं. जबकि हमास ने इस सप्ताह की शुरुआत में उसे स्वीकार कर लिया है. हमास ने जिस प्रस्ताव को मंजूरी दी है, उसमें शुरू में 60 दिनों के लिए सीजफायर की बात की गई है. चरणबद्ध तरीके से इजरायली बंधकों की रिहाई की जाएगी, बदले में इजरायल कुछ फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा और गाजा में मानवीय सहायता के प्रवेश की अनुमति देगा.

इजरायल ने जोर देकर कहा है कि किसी भी समझौते में सभी बंदियों को एक ही बार में रिहा किया जाएगा. लड़ाई को बढ़ाने और गाजा शहर पर कब्जा करने की इजरायल की योजना की कई सहयोगी देश भी निंदा कर रहे हैं. इसके अलावा खुद इजरायल के अंदर नेतन्याहू का बड़े पैमाने पर विरोध हो रहा है. 

गौरतलब है कि अक्टूबर 2023 में जब इजरायल पर हमास ने हमला किया था तो उसमें 1,219 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे. वहीं हमास द्वारा संचालित गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार (जिसे संयुक्त राष्ट्र विश्वसनीय मानता है) इजरायल के जवाबी हमले में कम से कम 62,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें से अधिकांश नागरिक हैं.

यह भी पढ़ें: इजरायल का मिशन ‘गाजा फतह' शुरू! पूरे शहर पर कब्जे के लिए मिलिट्री ऑपरेशन चलाया- जंग कब रुकेगी?

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