
- इजरायली PM नेतन्याहू ने कहा कि गाजा में सैन्य कार्रवाई बढ़ेगी लेकिन पूरे क्षेत्र पर कब्जा नहीं किया जाएगा.
- इजरायल गाजा में नया सुरक्षा घेरा बनाएगा और हमास को खत्म कर बंधकों की वापसी सुनिश्चित करेगा.
- हमास के आत्मसमर्पण पर युद्ध तुरंत समाप्त हो सकता है और बड़े पैमाने पर नागरिक नुकसान से बचा जाएगा.
Israel Gaza conflict: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने NDTV से एक्सक्लूसिव बातचीत में अपने गाजा प्लान पर बड़ा खुलासा किया. इजराइल गाजा में अपनी सैन्य कार्रवाई बढ़ाएगा, लेकिन पूरे क्षेत्र पर कब्जा नहीं करेगा. इजरायल गाजा के अंदर एक नया 'सुरक्षा घेरा' बनाने की तैयारी कर रहा है. इजरायल ने पहले से ही गाजा की बड़ी घेराबंदी की हुई है, जहां केवल एक क्रॉसिंग पॉइंट है, जिस पर पूरी तरह से इजरायली सरकार का कब्जा है.
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल का लक्ष्य हमास को खत्म करना और बंधकों की वापसी सुनिश्चित करना है. उन्होंने कहा कि गाजा को आखिर में एक अस्थायी गवर्निंग अथॉरिटी को सौंप दिया जाएगा.
'हमास सरेंडर कर दो युद्ध तुरंत हो जाएगा समाप्त'
इजरायली अधिकारियों का कहना है कि अगर हमास आत्मसमर्पण कर देता है और हथियार डाल देता है, तो युद्ध तुरंत समाप्त हो सकता है. उनका यह भी दावा है कि किसी भी नई सैन्य कार्रवाई में बड़े पैमाने पर नागरिकों के जान-माल के नुकसान से बचा जाएगा. 7 अक्टूबर के हमास के हमले के बाद शुरू हुए इस इजरायली हमले में गाजा में कम से कम 61,158 लोग मारे गए हैं.

गाजा में हमास के साथ जारी संघर्ष के बीच इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने NDTV को बताया कि इजराइल घेरे हुए फिलिस्तीनी क्षेत्र गाजा में अपनी सैन्य गतिविधियाँ बढ़ाएगा, लेकिन उसे पूरी तरह से अपने कब्ज़े में नहीं लेगा.
बताते चले कि इजरायली सेना हमास को गंभीर रूप से कमजोर करने का दावा करती हैं, फिर भी यह समूह छिटपुट हमले जारी रखे हुए है. गाजा का बुनियादी ढाँचा तबाह हो गया है और यह क्षेत्र अकाल के कगार पर है.
कई दौर की बातचीत के बाद भी स्थायी युद्धविराम नहीं
मिस्र, कतर और अमेरिका के बीच महीनों की बातचीत के बावजूद अभी तक स्थायी युद्धविराम तक नहीं पहुंच पाई हैं. युद्धविराम के कई प्रयास- जिनमें जनवरी में ट्रम्प प्रशासन द्वारा छह हफ़्ते के लिए किया गया विराम भी शामिल है - कोई समाधान नहीं निकाल पाए हैं. उस युद्धविराम के तहत 25 बंधकों को ज़िंदा रिहा किया गया और 8 अन्य के शव वापस लाए गए, साथ ही मानवीय सहायता में भी वृद्धि हुई.

दोनों पक्ष एक-दूसरे पर लगा रहे दुर्भावना से काम करने के आरोप
इजरायल ने मार्च में हमास के निरस्त्रीकरण से इनकार और अधिक बंधकों की रिहाई की आवश्यकता का हवाला देते हुए उस समझौते से खुद को अलग कर लिया था. तब से बातचीत लड़खड़ा रही है और दोनों पक्ष एक-दूसरे पर दुर्भावना से काम करने का आरोप लगा रहे हैं.
दूसरी ओर हमास ने युद्ध विराम के लिए अपनी तीन मांगें स्पष्ट की है.
- गाजा से इजरायली सेना की पूरी तरह वापसी.
- हजारों फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई.
- अंतर्राष्ट्रीय गारंटी कि इजरायल फिर से युद्ध शुरू नहीं करेगा.
बताते चले कि प्रधानमंत्री नेतन्याहू आज गाजा की स्थिति का मूल्यांकन करने के लिए अपनी सुरक्षा कैबिनेट की बैठक बुलाएंगे. शेष आबादी वाले क्षेत्रों में किसी भी तरह की जमीनी घुसपैठ से भारी नागरिक हताहतों का खतरा होगा और उन क्षेत्रों में बंधक बनाए गए शेष इज़राइली बंधकों के लिए भी खतरा होगा.
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