इजरायल और फिलिस्तीनी संगठन हमास (Israel-Hamas War) के बीच 6 दिनों तक चला सीजफायर (Israel-Hamas Ceasefire) खत्म हो गया. पहले सीजफायर को आगे बढ़ाने की बात हुई थी, लेकिन इजरायल की तरफ से कहा गया कि हमास ने शर्तें मानने से इनकार कर दिया, जिस वजह से सीजफायर समझौता टूट गया. समझौता टूटने को लेकर हमास की तरफ से कहा गया कि उसके पास कोई बंधक ही नहीं है, तो किसे छोड़ते. लिहाजा समझौते को आगे नहीं बढ़ाया जा सका. समझौते के आखिरी दिन हमास ने 2 महिला बंधकों को रिहा किया था. अब अमेरिका की तरफ से अलग ही दावा किया जा रहा है.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इजरायल और हमास के बीच हुआ हफ्तेभर का सीजफायर समझौता इसलिए टूट गया, क्योंकि हमास ने महिला बंधकों को रिहा करने से इनकार कर दिया था. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के मुताबिक, हमास नहीं चाहता था कि ये महिलाएं अपने साथ हुई यौन हिंसा के बारे में दुनिया को बताएं.
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क्या हमास के लड़ाकों ने इजरायली महिलाओं से किया था रेप?
दरअसल, हमास ने दक्षिण इजरायल में 7 अक्टूबर को कुछ मिनटों में 5000 से ज्यादा रॉकेट हमले किए थे. इस दौरान हमास के लड़ाके इजरायल में घुस आए थे. उन्होंने अंधाधुंध फायरिंग कर 1200 से ज्यादा लोगों को मार डाला था. साथ ही इजरायली लोगों के घरों में घुसकर करीब 240 लोगों को अगवा कर लिया था.
हाल ही में कुछ रिपोर्टों में यह दावा किया गया कि हमले के दौरान हमास के लड़ाकों ने इजरायली महिलाओं के साथ यौन शोषण भी किया था. 7 अक्टूबर के हमले की जांच कर रहे इजरायल पुलिस के अफसरों को ऐसे सबूत मिले हैं. ये सबूत महिलाओं के अलावा पुरुषों के साथ भी यौन हिंसा किए जाने की ओर इशारा करते हैं.
UN के स्पेशल सेशन में उठा मामला
संयुक्त राष्ट्र संघ (UN) का सोमवार को एक स्पेशल सेशन हुआ. इसमें 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए हमास के हमले के बाद इजरायली महिलाओं के खिलाफ यौन अपराध का मामला उठाया गया. UN में इजरायल के राजदूत गिलाड एर्दान ने कहा- "7 अक्टूबर को इजरायल ने सेकेंड वर्ल्ड वॉर के बाद का सबसे बड़ा नरसंहार देखा. इजरायली लोगों पर कई ज्यादतियां ISIS और हिटलर के किए अत्याचारों से भी बुरी थी. हमास ने परिवारों को जिंदा जलाया. मां-बाप के सामने उनके बच्चों की हत्या कर दी."
हमास ने हथियार की तरह किया रेप का इस्तेमाल- UN में इजरायल के राजदूत
गिलाड एर्दान ने UN में कहा, "हमास ने रेप और यौन हिंसा का इस्तेमाल हथियारों की तरह किया. हैरानी की बात ये है कि इन ज्यादतियों पर अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं चुप रहीं. मैं साढ़े तीन साल से UN में इजरायल का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं, लेकिन मैनें कभी UN की एजेंसियों का ऐसा व्यवहार नहीं देखा." समाचार एजेंसी AFP की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल ने सबूत के तौर पर म्यूजिक फेस्ट में बचने वाले लोगों की गवाही के वीडियो चलाए.
हमास ने निकाली थी जर्मन-इजरायली महिला की लाश की परेड
7 अक्टूबर को इजरायल के किबुत्ज में हमले के बाद हमास के लड़ाकों ने एक टैटू आर्टिस्ट को अगवा कर लिया था. उसके साथ दरिंदगी की सारी हदें पार करते हुए हमास के लड़ाकों ने उसकी हत्या की और लाश को निर्वस्त्र करके गाजा में परेड निकाली थी.
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हमास ने इजरायल के आरोपों को किया इनकार
हालांकि, इजरायली महिलाओं से रेप के आरोपों को हमास ने सिरे से खारिज कर दिया. हमास की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि ये यहूदियों की फैलाई झूठ है, ताकि वो फिलिस्तीनी आंदोलन को बदनाम कर सकें.
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