Israel-Iran Tensions : ईरान के मिसाइल और ड्रोन दागे जाने के बाद इजरायल के समर्थन में आए US, ब्रिटेन और फ्रांस

आईडीएफ के प्रवक्‍ता ने कहा, “हमारे सहयोगियों के साथ आईडीएफ इजरायल और इजरायल के लोगों की रक्षा के लिए पूरी ताकत से काम कर रहा है. यह एक मिशन है जिसे पूरा करने के लिए हम प्रतिबद्ध और तैयार हैं."

Israel-Iran Tensions : ईरान के मिसाइल और ड्रोन दागे जाने के बाद इजरायल के समर्थन में आए US, ब्रिटेन और फ्रांस

नई दिल्‍ली : ईरान (Iran) के इजरायल (Israel) पर ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद कई देश खुलकर इजरायल के समर्थन में आ गए हैं. अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने खुलकर ईरान के हमले की निंदा की है. अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन स्पष्ट रहे हैं कि इजरायल की सुरक्षा के लिए हमारा समर्थन दृढ़ है. वहीं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा कि इन हमलों से तनाव बढ़ने और क्षेत्र को अस्थिर करने का खतरा है. इजरायल पर ईरान के ड्रोन और मिसाइल हमले से जुड़ी 10 बड़ी बातें :

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

  1. ईरान (Iran) के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स ने बताया कि उसने शनिवार को इजरायल (Israel) पर दर्जनों ड्रोन और मिसाइलें लॉन्च की हैं. इस कदम के बाद दो कट्टर दुश्‍मन देशों के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है. अमेरिकी मीडिया ने शनिवार को बताया कि अमेरिकी बलों ने दमिश्क में अपने वाणिज्य दूतावास पर घातक हमले के जवाब में ईरान द्वारा इजरायल के खिलाफ दागे गए ड्रोन को मार गिराया है. 

  2. अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन स्पष्ट रहे हैं  कि इजरायल की सुरक्षा के लिए हमारा समर्थन दृढ़ है. अमेरिका इजरायल के लोगों के साथ खड़ा होगा और ईरान से इन खतरों के खिलाफ उनकी रक्षा का समर्थन करेगा. वहीं यूएस हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के स्‍पीकर माइक जॉनसन ने कहा कि जैसा कि इजराइल ईरान के इस क्रूर हमले का सामना कर रहा है, अमेरिका को अपने महत्वपूर्ण सहयोगी के साथ खड़े होने का पूरा संकल्प दिखाना चाहिए. दुनिया को यह पता होना चाहिए कि इजरायल अकेला नहीं है. 

  3. ईरान ने रविवार को अमेरिका को इजरायल के साथ अपने संघर्ष से "दूर रहने" की चेतावनी दी है. ईरान के स्थायी संयुक्त राष्ट्र मिशन ने एक्स पर कहा, "ईरान की सैन्य कार्रवाई दमिश्क में हमारे राजनयिक परिसर के खिलाफ इजरायली शासन की आक्रामकता के जवाब में थी." इसमें कहा गया, "अगर इजरायली शासन ने एक और गलती की तो ईरान की प्रतिक्रिया काफी गंभीर होगी." 

  4. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा, "मैं इजरायल के खिलाफ ईरानी शासन के लापरवाह हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं. इन हमलों से तनाव बढ़ने और क्षेत्र को अस्थिर करने का खतरा है." उन्‍होंने कहा कि ब्रिटेन इजरायल और जॉर्डन और इराक सहित हमारे सभी क्षेत्रीय साझेदारों की सुरक्षा के लिए खड़ा रहेगा. अपने सहयोगियों के साथ हम स्थिति को स्थिर करने और आगे बढ़ने से रोकने के लिए तत्काल काम कर रहे हैं. कोई भी अधिक रक्तपात नहीं देखना चाहता है. 

  5. सुरक्षा फर्म एंब्रे ने शनिवार देर रात कहा कि यमन के हूती विद्रोहियों ने ईरान के समर्थन में इजरायल पर कई ड्रोन लॉन्च किए.  

  6. फ्रांस के विदेश मंत्री स्टीफन सेजॉर्न ने शनिवार को इजरायल पर ईरान के ड्रोन हमलों की निंदा करते हुए इसे सुरक्षा के लिए "नए स्तर" का खतरा बताया है. 

  7. उन्होंने एक्स पर कहा, "फ्रांस ईरान द्वारा इजरायल के खिलाफ शुरू किए गए हमले की कड़ी निंदा करता है." उन्होंने इज़राइल की सुरक्षा के लिए फ्रांस की प्रतिबद्धता को भी दोहराया.

  8. आईडीएफ के प्रवक्‍ता ने कहा, “हमारे सहयोगियों के साथ आईडीएफ इजरायल और इजरायल के लोगों की रक्षा के लिए पूरी ताकत से काम कर रहा है. यह एक मिशन है जिसे पूरा करने के लिए हम प्रतिबद्ध और तैयार हैं."

  9. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, "हाल के वर्षों में और विशेष रूप से हाल के हफ्तों में इजरायल ईरान द्वारा सीधे हमले की तैयारी कर रहा है. हमारी रक्षात्मक प्रणालियां तैनात हैं. हम रक्षात्मक और आक्रामक दोनों तरह से किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं.  इजरायल मजबूत है, आईडीएफ मजबूत है और जनता मजबूत है.

  10. "हम इजरायल के साथ खड़े अमेरिका के साथ ब्रिटेन, फ्रांस और कई अन्य देशों के समर्थन की सराहना करते हैं. हमने एक स्पष्ट सिद्धांत निर्धारित किया है: जो कोई भी हमें नुकसान पहुंचाएगा, हम उन्हें नुकसान पहुंचाएंगे. हम किसी भी खतरे से अपनी रक्षा करेंगे."