"उम्मीद नहीं थी कि हम कभी उस कैद से आजाद होकर अपने घर वापस आ पाएंगे... अपनों से मिल पाएंगे, उन्हें गले लगा पाएंगे, पर आज हम आजाद हैं...हमारी आंखों में ये आंसू खुशी के हैं. इनका मोल हमसे ज्यादा कोई और नहीं समझ सकता है.' हमास की कैद से रिहा किए गए तीन बंधकों के मन में अपने वतन वापसी के दौरान ये बातें ही चल रही होंगी. हो भी क्यों ना आखिरकार उन्होंने बीते 15 महीने से जो कुछ झेला है उसे देखते हुए उनके लिए अपने घर फिर से वापस आना किसी सपने के साकार होने जैसा है. यही हाल कुछ उन कैदियों का भी रहा होगा जिन्हें रविवार को इजरालय ने भी अपने कैद से रिहा कर दिया है. इस युद्धविराम समझौते के तहत इजरायल ने फिलिस्तीन के 90 कैदियों को रिहा किया है. ये सभी कैदी भी कई सालों के बाद अपने परिजनों से मिले. आज हम आपको इन्हीं कुछ बंधकों और कैदियों के वो भावुक पल दिखाने जा रहे हैं जब वो अपने परिजनों से काफी दिनों बाद मिले.
17 वर्षीय फ़िलिस्तीनी कैदी क़ासिम जाफ़रा के चाचा अपने भतीजों के किस कर उनकी वापसी पर उनका स्वागत कर रहे हैं. जाफरा उन 90 फिलिस्तीनी कैदियों में से एक हैं जिन्हें इजरायल ने रिहा किया.
गोनेन सहित पहले तीन इजरायली बंधकों को 19 जनवरी को गाजा युद्धविराम के तहत रिहा कर दिया गया था. अपने परिजनों से मिलकर वो अपने आपको भावुक होने से नहीं रोक पाईं.
तेल अवीव के पास रामत गण में शीबा मेडिकल सेंटर में इजरायली बंधक डोरोन स्टीनब्राचर का स्वागत करते हुए दिखे. इस दौरान वह भी अपने परिजनों के साथ बेहद भावुक दिखीं.
स्टीनब्राचर सहित पहले तीन इजरायली बंधकों को 19 जनवरी को गाजा युद्धविराम के तहत रिहा कर दिया गया था, जिसका उद्देश्य 15 महीने से अधिक के युद्ध को समाप्त करना था, जिसने फिलिस्तीनी क्षेत्र को तबाह कर दिया था.
इज़राइल सरकार ने कहा कि उसने गाजा युद्धविराम समझौते के हिस्से के रूप में 20 जनवरी की शुरुआत में 90 फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई पूरी कर ली थी. जो एक दिन पहले प्रभावी हुई थी और तीन इजरायली महिला बंधकों को रिहा किया गया था, जिन्हें गाजा पट्टी में हमास द्वारा रखा गया था.
रिहा किए गए तीन इजरायली बंधक, जिन्हें 7 अक्टूबर, 2023 को फिलिस्तीनी आतंकवादियों द्वारा किए गए हमलों के दौरान अपहरण कर लिया गया था. युद्धविराम और बंधक-कैदी के बाद 19 जनवरी, 2025 को दक्षिणी इज़राइल में रीम के पास इजरायली वायु सेना के सैन्य परिवहन हेलीकॉप्टर में चढ़ने से पहले एक वैन से बाहर निकले। इजराइल और हमास के बीच युद्ध में विनिमय समझौता लागू हुआ.
तेल अवीव के "होस्टेज स्क्वायर" में भीड़ 19 जनवरी की देर रात इस खबर पर खुशी से झूम उठी कि गाजा युद्धविराम समझौते के तहत मुक्त किए गए पहले तीन बंधक इजरायल लौट आए हैं.
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