येरुशलम:
इस्रायल की ओर से पिछले तीन दिन से गाजा पट्टी में हो रही गोलाबारी में 17 फलस्तीनियों की मौत के बाद दोनों पक्षों के बीच अनौपचारिक संघर्ष विराम की संभावना बन रही है। इस्रायल ने हालांकि शपथ ली है कि यदि गाजा के विद्रोही संगठनों ने देश के दक्षिणी क्षेत्रों में राकेट और मोर्टार के गोले दागना जारी रखा तो वह इसका कठोरता से जवाब देगा। लेकिन इसके बावजूद हमास ने इस्रायल से की गई अपील में कहा है कि वह सीमापार से गोलाबारी रोक दे। हमास ने जोर देकर कहा कि वह शांति चाहता हैं। इस बीच, इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू ने येरुशलम में आयोजित साप्ताहिक कैबिनेट बैठक में अपने मंत्रियों ने कहा, इस्रायली रक्षा बलों ने इस सप्ताहांत हमास और अन्य विद्रोही संगठनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की। उन्होंने जोर देकर कहा, यदि इस्रायली नागरिकों और सुरक्षा बलों के खिलाफ हमले जारी रहते हैं तो हमारी प्रतिक्रिया और कठोर होगी। इस्रायल के उप प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री इली इशाय ने भी येतान्याहू का समर्थन किया। उन्होंने इसके साथ ही मंत्रिमंडल का आह्वान किया कि राकेटों के हमले रोकने के वास्ते वह गाजा पट्टी के खिलाफ और कड़ी कार्रवाई के लिए सहमत हो।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
इस्रायल, फलस्तीन, संघर्ष विराम