इस्लामिक स्टेट इराक में बचे अपने अंतिम गढ़ में लोगों को 'मानव ढाल' बना रहा है (फाइल फोटो)
जिनेवा:
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने शुक्रवार को कहा कि इराकी सैनिकों के आगे बढ़ने के साथ ही इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों ने मोसुल के भीतर और इसके आसपास पिछले सप्ताह कम से कम 232 लोगों को मौत के घाट उतार दिया.
मानवाधिकार कार्यालय की प्रवक्ता रवीना शमदसानी ने जिनेवा में संवाददाताओं से कहा, 'खबर है कि गत बुधवार को 232 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया. इनमें से 190 लोग इराकी सुरक्षाबलों के पूर्व अधिकारी थे.'
उन्होंने कहा, इन खबरों का काफी हद तक मिलान किया गया. उन्होंने यह भी कहा कि हाल के दिनों में मारे गए लोगों की संख्या और ज्यादा हो सकती है. शमदसानी ने कहा कि जिहादी इराक में बचे अपने अंतिम गढ़ में अमेरिका समर्थित इराकी बलों के अभियान के चलते लोगों को 'मानव ढाल' बना रहे हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मानवाधिकार कार्यालय की प्रवक्ता रवीना शमदसानी ने जिनेवा में संवाददाताओं से कहा, 'खबर है कि गत बुधवार को 232 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया. इनमें से 190 लोग इराकी सुरक्षाबलों के पूर्व अधिकारी थे.'
उन्होंने कहा, इन खबरों का काफी हद तक मिलान किया गया. उन्होंने यह भी कहा कि हाल के दिनों में मारे गए लोगों की संख्या और ज्यादा हो सकती है. शमदसानी ने कहा कि जिहादी इराक में बचे अपने अंतिम गढ़ में अमेरिका समर्थित इराकी बलों के अभियान के चलते लोगों को 'मानव ढाल' बना रहे हैं.
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