फाइल फोटो
सीरिया:
सीरिया के पल्माइरा शहर में IS यानी इस्लामिक स्टेट के जिहादियों ने वहां के म्यूज़ियम में लगी शेर की एक पुरानी और ऐतिहासिक मूर्ति को नष्ट कर दिया है। ये जानकारी सीरिया के पुरातत्व निदेशक ने दी है।
सीरियाई इतिहासविद् ममून अब्देलकरीम के मुताबिक, ‘अल-लाट’ के नाम से मशहूर ये मूर्ति सीरिया की अनमोल धरोहर थी जिसे पिछले हफ़्ते इन आतंकियों ने नष्ट कर दिया।’
समाचार एजेंसी एएफपी को दी गई जानकारी में मामून अब्देलकरीम ने बताया, ‘इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने पिछले शनिवार को ‘अल-लाट’ के शेर की प्रतिमा को नष्ट कर दिया। ये प्रतिमा अपने आप में एक अद्वितीय कलाकृति थी जो लगभग 10 फीट ऊंची और 15 टन भारी थी।’
गंभीर अपराध
अब्देल करीम के अनुसार, आईएस आतंकियों द्वारा पल्माइरा की धरोहर के विरुद्ध किया गया ये सबसे गंभीर अपराध है।
लाइमस्टोन से बने शेर के इस बुत की खोज साल 1977 में पोलैंड के पुरातत्विक अभियान के दौरान ‘अल-लाट’ के मंदिर में की गई थी। ‘अल-लाट’ का मंदिर सीरिया में इस्लाम पूर्व की एक अरेबियन देवी के नाम पर बना हुआ है और इसका इतिहास ईसा-पूर्व की पहली सदी के समय का है।
अब्देलकरीम ने कहा, ‘ये मूर्ति एक धातु के प्लेट और रेत से भरी बोरियों से ढंका हुआ था ताकि युद्ध के दौरान इसकी रक्षा की जा सके, लेकिन हमें इस बात का अंदाज़ा नहीं था कि IS के आंतकी शहर में घुसकर इसे नष्ट कर देंगे।’
IS के कब्ज़े में शहर
वर्ल्ड हेरिटेज साइट के तहत संरक्षित पल्माइरा शहर को IS आंतकियों ने 21 मई को अपने कब्ज़े में ले लिया था और तभी से दुनियाभर में इसकी ऐतिहासिक धरोहरों के भविष्य को लेकर चिंता ज़ाहिर की जा रही थी।
अभी तक पल्माइरा शहर के सबसे लोकप्रिय धरोहर सही-सलामत हैं लेकिन ऐसी भी ख़बरें कि हैं कि इस्लामिक स्टेट ने इन धरोहरों के नीचे खुदाई शुरू कर दी है। IS के आतंकियों के यहां पहुंचने से पहले ही शहर के म्यूज़ियम को वहां के कर्मचारियों ने खाली कर दिया था लेकिन इसके बावजूद इन आतंकियों ने ऐतिहासिक महत्व के सैंकड़ों कब्रगाह़ को काफ़ी नुकसान पहुंचाया है।
सीरियाई इतिहासविद् ममून अब्देलकरीम के मुताबिक, ‘अल-लाट’ के नाम से मशहूर ये मूर्ति सीरिया की अनमोल धरोहर थी जिसे पिछले हफ़्ते इन आतंकियों ने नष्ट कर दिया।’
समाचार एजेंसी एएफपी को दी गई जानकारी में मामून अब्देलकरीम ने बताया, ‘इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने पिछले शनिवार को ‘अल-लाट’ के शेर की प्रतिमा को नष्ट कर दिया। ये प्रतिमा अपने आप में एक अद्वितीय कलाकृति थी जो लगभग 10 फीट ऊंची और 15 टन भारी थी।’
गंभीर अपराध
अब्देल करीम के अनुसार, आईएस आतंकियों द्वारा पल्माइरा की धरोहर के विरुद्ध किया गया ये सबसे गंभीर अपराध है।
लाइमस्टोन से बने शेर के इस बुत की खोज साल 1977 में पोलैंड के पुरातत्विक अभियान के दौरान ‘अल-लाट’ के मंदिर में की गई थी। ‘अल-लाट’ का मंदिर सीरिया में इस्लाम पूर्व की एक अरेबियन देवी के नाम पर बना हुआ है और इसका इतिहास ईसा-पूर्व की पहली सदी के समय का है।
अब्देलकरीम ने कहा, ‘ये मूर्ति एक धातु के प्लेट और रेत से भरी बोरियों से ढंका हुआ था ताकि युद्ध के दौरान इसकी रक्षा की जा सके, लेकिन हमें इस बात का अंदाज़ा नहीं था कि IS के आंतकी शहर में घुसकर इसे नष्ट कर देंगे।’
IS के कब्ज़े में शहर
वर्ल्ड हेरिटेज साइट के तहत संरक्षित पल्माइरा शहर को IS आंतकियों ने 21 मई को अपने कब्ज़े में ले लिया था और तभी से दुनियाभर में इसकी ऐतिहासिक धरोहरों के भविष्य को लेकर चिंता ज़ाहिर की जा रही थी।
अभी तक पल्माइरा शहर के सबसे लोकप्रिय धरोहर सही-सलामत हैं लेकिन ऐसी भी ख़बरें कि हैं कि इस्लामिक स्टेट ने इन धरोहरों के नीचे खुदाई शुरू कर दी है। IS के आतंकियों के यहां पहुंचने से पहले ही शहर के म्यूज़ियम को वहां के कर्मचारियों ने खाली कर दिया था लेकिन इसके बावजूद इन आतंकियों ने ऐतिहासिक महत्व के सैंकड़ों कब्रगाह़ को काफ़ी नुकसान पहुंचाया है।
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