इराक के प्रधानमंत्री नूरी अल-मलिकी ने कहा है कि वे सुन्नी आतंकवादियों के खिलाफ हवाई हमले की शर्त पर अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे।
ब्रिटेन के एक प्रमुख अखबार ने गुरुवार को रिपोर्ट दी है कि अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा पर वरिष्ठ राजनेताओं ने मलिकी को पद से इस्तीफा देने के लिए समझाने का दबाव डाला है।
ब्रिटिश अखबार गार्डियन के मुताबिक मलिकी के प्रवक्ता जुहैर अल-नाहर ने एक रेडियो कार्यक्रम के दौरान गुरुवार को कहा, "इराक की स्थिरता के लिए असली खतरा बन रहे इन आतंकवादियों को परास्त करने के लिए हमारा ध्यान अत्यंत आवश्यक कार्रवाई -हवाई हमले, साजोसामान, खुफिया सूचनाओं पर केंद्रित रहना जरूरी है।"
उन्होंने यह भी कहा कि शिया मुस्लिम होते हुए भी मलिकी ने 'कभी भी सांप्रदायिक चालों का इस्तेमाल नहीं किया।'
इराक के विदेश मंत्री होशयार जेबारी ने बुधवार को अमेरिका से बगदाद के लिए खतरा साबित हो रहे आतंकवादियों के खिलाफ हवाई हमले करने का आग्रह किया, लेकिन अमेरिका के वरिष्ठ राजनेता चाहते हैं कि ओबामा मलिकी को पद छोड़ने के लिए मनाएं। अमेरिकी नेताओं की नजर में आतंकवाद के चश्मे से मलिकी विफल साबित हुए हैं।
सीनेट की गुप्तचर समिति के अध्यक्ष डिएयो फेइन्स्टेइन ने बुधवार को कहा था कि यदि 'आप कोई सहायता चाहते हैं तो मलिकी सरकार को उस स्थिति में जाना होगा' और रिपब्लिकन जॉन मैकेइन ने अमेरिकी हवाई शक्ति का इस्तेमाल करने का आह्वान तो किया लेकिन ओबामा से 'मलिकी को यह भी साफ करने का आग्रह किया कि उनका समय अब खत्म हो गया।'
यद्यपि व्हाइट हाउस ने मलिकी को जाने के लिए नहीं कहा है, प्रवक्ता जय कार्नी ने कहा है कि चाहे इराक मलिकी या उनके उत्तराधिकारी के नेतृत्व में रहे 'हम इस बात का पुरजोर प्रयास करेंगे कि वह नेता सांप्रदायिक शासन को पूरी तरह नकारने वाला हो।'
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं