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This Article is From Jan 08, 2020

ईरान ने इराक में अमेरिकी सेना द्वारा यूज किए जा रहे दो एयरबेस पर दागी दर्जनभर मिसाइलें, देखें VIDEO

सुलेमानी की मौत के बाद पूरे पश्चिम एशिया में हालात तनावपूर्ण हैं और ईरान में अमेरिका से बदला लेने की मांग जोर पकड़ चुकी है.

ईरान ने इराक में अमेरिकी सेना द्वारा यूज किए जा रहे दो एयरबेस पर दागी दर्जनभर मिसाइलें, देखें VIDEO
पेंटागन ने इस हमले की पुष्टि की है.
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
ईरान का यूएस ठिकाने पर हमला
दो एयरबेस को बनाया निशाना
दर्जन से ज्यादा दागी मिसाइलें
बगदाद:

शीर्ष ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद ईरान ने इराक में अमेरिकी सेना की द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे दो एयरबेस पर करीब दर्जनभर मिसाइलें दागी हैं. इसकी पुष्टि पेंटागन ने ट्वीट करके की है. पेंटागन की ओर से किए गए ट्वीट में लिखा गया है, '7 जनवरी को ईरान ने इराक में अमेरिकी सेना और गठबंधन सेना के एयरबेस पर एक दर्जन से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलों दागी हैं. यह स्पष्ट है कि इन मिसाइलों को ईरान ने दागा है. ईरान ने अल-असद और इरबिल में अमेरिकी सेना द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे एयरबेस को निशाना बनाया गया है.' अभी तक किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है. बता दें, सुलेमानी की मौत के बाद पूरे पश्चिम एशिया में हालात तनावपूर्ण हैं और ईरान में अमेरिका से बदला लेने की मांग जोर पकड़ चुकी है.

सुलेमानी की हत्या कर अमेरिका ने ठीक किया : पोम्पिओ
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने मंगलवार को कहा कि शीर्ष ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या करके अमेरिका ने ‘सही किया है.' पोम्पिओ ने ट्रम्प के फैसले को पूरी तरह से कानूनी और तेहरान की दुर्भावनापूर्ण गतिविधि से पैदा खतरे से मुकाबला करने की अमेरिका की रणनीति के अनुरूप बताते हुए इसका बचाव किया. पोम्पिओ ने विदेश मंत्रालय में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अगर ईरान के खिलाफ बदले की कार्रवाई की जरूरत पड़ी, तो अमेरिका युद्ध के अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पालन करेगा. उनका बयान ऐसे वक्त में आया है जब ट्रंप ने कहा है कि अगर ईरान ने सुलेमानी का बदला लेने के लिए हमला किया तो अमेरिका उसके सांस्कृतिक स्थलों पर हमला करेगा.

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'US राजनयिकों की हत्या की साजिश रच रहा था सुलेमानी'
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के एक शीर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि पिछले हफ्ते अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए ईरान के शक्तिशाली रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स जनरल कासिम सुलेमानी अमेरिकी प्रतिष्ठानों पर हमला करने और अमेरिकी राजनयिकों की हत्या करने की साजिश रच रहे थे. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन ने मंगलवार को व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, ‘वह अमेरिकी प्रतिष्ठानों और राजनयिकों पर हमला करने की साजिश रच रहे थे, उन प्रतिष्ठानों में सैनिक, नाविक, एयरमैन और मरीन थे. उन्होंने हालांकि कहा कि सुलेमानी के मारे जाने से अमेरिका के खिलाफ खतरा टला नहीं है.

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ब्रायन ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा, ‘जब तक दुनिया में बुरे लोग हैं तब तक अमेरिकियों के लिए हमेशा खतरा है और ईरानी लोग पिछले कई दिनों से अमेरिका के लिए खतरे पैदा कर रहे हैं.' ओ ब्रायन ने कहा, ‘हम उन लोगों को गंभीरता से लेते हैं और हम उन्हें देख रहे हैं और उन पर निगाह रख रहे हैं. ...राष्ट्रपति ने अपने संदेश में बहुत स्पष्ट कहा है और हम आशा करते हैं कि वे डरें और वे अमेरिका और उसके हित पर हमला करने से पहले दो बार सोचें.'

VIDEO: अमेरिकी हमले के बाद ईरान के राजदूत ने NDTV से की खास बातचीत

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