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आपसी सम्बंधों को बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे भारत और पाकिस्तान इस दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए वीजा नियमों को असान बनाने वाले समझौते पर हस्ताक्षर कर सकते हैं।
विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने बुधवार को कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच 'उदार वीजा समझौते' पर अगले महीने दोनों देशों के गृह सचिवों की मुलाकात के दौरान हस्ताक्षर हो सकते हैं।
कृष्णा लोकसभा में आठ अप्रैल को पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की एक दिवसीय भारत यात्रा और इस दौरान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से उनकी मुलाकात के बारे में बयान दे रहे थे। उन्होंने कहा, "दोनों नेताओं ने नागरिक सम्पर्क बढ़ाने के मुद्दे को प्राथमिकता देने की आवश्यकता जताई। इसी के मद्देनजर उन्होंने वीजा नियमों को आसान बनाने के लिए समझौते का निर्णय लिया। दोनों देशों के गृह सचिवों की अगले माह इस्लामाबाद में मुलाकात के दौरान समझौते पर हस्ताक्षर होने की सम्भावना है।"
भारत और पाकिस्तान के बीच गृह सचिव स्तर की वार्ता पिछले साल दिसम्बर से ही लम्बित है। यह मई के आखिर में इस्लामाबाद में शुरू होने की उम्मीद है। सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान से 22 मई के बाद का समय मांगा गया है, क्योंकि संसद का बजट सत्र इसी दिन समाप्त हो रहा है।
सूत्रों का कहना है कि आसान यात्रा एवं वीजा प्रक्रियाओं का उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापार सम्बंधों को आसान बनाना है, ताकि दोनों देशों के व्यापारी बिना किसी बाधा के यात्रा और व्यवसाय कर सकें।
इसमें विभाजित परिवारों, खासकर 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए और विवाह तथा अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए गैर-व्यावसायिक वीजा जारी करने का भी प्रस्ताव है।
कृष्णा ने कहा कि मनमोहन सिंह और जरदारी की मुलाकात करीब 40 मिनट तक हुई, जिसमें भारत-पाकिस्तान सम्बंधों पर चर्चा के साथ-साथ समान हित के क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा हुई।