नई दिल्ली:
भारत और पाकिस्तान के गृह सचिवों की वार्ता इस वर्ष मई के अंत में इस्लामाबाद में होने के आसार हैं। इस बैठक में आतंकवाद और हाफिज सईद पर कार्रवाई जैसे मुद्दों पर चर्चा को आगे बढ़ाए जाने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के बीच वार्ता के दौरान ये मुद्दे उठाए जा चुके हैं। बैठक में वीजा नियमों को आसान बनाने संबंधी एक समझौते पर हस्ताक्षर होने की भी संभावना है।
जानकार सूत्रों ने बताया कि भारत ने गृह सचिव स्तर की वार्ता की तिथि संसद के बजट सत्र की समाप्ति के बाद मई के अंत में रखने का प्रस्ताव दिया है।
सूत्रों का कहना कि बैठक की महत्ता को देखते हुए तिथि जल्द ही निर्धारित किए जाने की संभावना है।
इस्लामाबाद ने पूर्व में तिथि 16 अप्रैल रखने का प्रस्ताव दिया था जो नई दिल्ली को स्वीकार्य नहीं हुआ, क्योंकि उसी तिथि को आंतरिक सुरक्षा मामलों पर मुख्यमंत्रियों की बैठक होनी थी।
उल्लेखनीय है कि रविवार को मनमोहन सिंह ने 40 मिनट की वार्ता में जरदारी पर 26/11 के आतंकवादियों को न्याय के कटघरे में लाने तथा 26/11 के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए दबाव दिया था।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के बीच वार्ता के दौरान ये मुद्दे उठाए जा चुके हैं। बैठक में वीजा नियमों को आसान बनाने संबंधी एक समझौते पर हस्ताक्षर होने की भी संभावना है।
जानकार सूत्रों ने बताया कि भारत ने गृह सचिव स्तर की वार्ता की तिथि संसद के बजट सत्र की समाप्ति के बाद मई के अंत में रखने का प्रस्ताव दिया है।
सूत्रों का कहना कि बैठक की महत्ता को देखते हुए तिथि जल्द ही निर्धारित किए जाने की संभावना है।
इस्लामाबाद ने पूर्व में तिथि 16 अप्रैल रखने का प्रस्ताव दिया था जो नई दिल्ली को स्वीकार्य नहीं हुआ, क्योंकि उसी तिथि को आंतरिक सुरक्षा मामलों पर मुख्यमंत्रियों की बैठक होनी थी।
उल्लेखनीय है कि रविवार को मनमोहन सिंह ने 40 मिनट की वार्ता में जरदारी पर 26/11 के आतंकवादियों को न्याय के कटघरे में लाने तथा 26/11 के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए दबाव दिया था।
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