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This Article is From Mar 05, 2016

यमन के वृद्धाश्रम पर हुए हमले में मरने वाले 16 लोगों में एक भारतीय नन शामिल

यमन के वृद्धाश्रम पर हुए हमले में मरने वाले 16 लोगों में एक भारतीय नन शामिल
अदन/नई दिल्ली: यमन के अदन शहर में कोलकाता की संस्था मिशनरीज ऑफ चैरिटी द्वारा चलाए जा रहे एक वृद्धाश्रम पर आतंकवादियों ने शुक्रवार को हमला किया और वहां के लोगों की हत्या करने से पहले उन्हें हथकड़ियां पहना दीं। हमले में 1 भारतीय नन सहित 16 लोग मारे गए हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा कि यमन के अदन शहर में एक आतंकी हमले में चार भारतीय नर्स की नहीं बल्कि एक नर्स की मौत हुई है। इससे पहले, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर कहा था कि आज हमले में चार भारतीय नर्सों की मौत हो गयी है।

सुषमा स्वराज ने उन्होंने ‘खतरनाक क्षेत्रों’ में रहने वाले सभी भारतीयों से घर वापस आने का अनुरोध किया। उन्होंने यह भी कहा कि नर्सें सरकार के परामर्शों की अनदेखी कर यमन में रह रही थीं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा, ‘‘यमन में चार नर्सों की मौत हुई है जिसमें भारत की केवल एक नर्स सीसिलिया मिंज हैं।’’

जिबूती स्थित भारतीय कैंप कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि दो-चार अतंकवादियों ने वृद्धाश्रम के सुरक्षाकर्मियों से कहा कि वे अपनी माताओं से मिलने आए हैं और वे गेट खोल दें। भीतर घुसने के बाद उन्होंने सबसे पहले दरबान की हत्या कर दी और फिर अंदर मौजूद लोगों पर अंधाधुंध गोलियां चलाने लगे। उन्होंने बताया कि अदन के शेख ओथमान जिले में वृद्धाश्रम पर यह हमला शाम करीब साढ़े बारह बजे हुआ।

अधिकारियों ने बताया, ‘‘हमले के तुरंत बाद हमलावर वहां से फरार हो गए। क्षेत्र की घेराबंदी कर ली गयी है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।’’ नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि सरकार हमले में मारे गए भारतीयों की जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘हम भारतीय पीड़ितों की सूचनाओं का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं।’’ बढ़ती हुई हिंसा के मद्देनजर यमन की राजधानी सना में स्थित भारतीय दूतावास को पिछले वर्ष बंद कर दिया गया और सारा कामकाज पड़ोसी राष्ट्र जिबूती से चल रहा है।
 

अदन में अल-कायदा और आईएसआईएस के हमलों में तेजी आयी है। प्रत्यक्षदर्शियों और अधिकारियों के मुताबिक, दो बंदूकधारी वृद्धाश्रम के बाहर खड़े थे जबकि अन्य चार अंदर घुस आए।

उन्होंने बताया कि बंदूकधारियों ने कमरों में घूम-घूम कर पीड़ितों के हाथों में हथकड़ी लगायी और बाद में उनके सिरों में गोली मार दी।

एक नन इस हमले में बच निकली। उसे स्थानीय लोगों ने बचा लिया। उसने बताया कि एक यमनी सुरक्षाकर्मी द्वारा भागो-भागो की आवाज सुनकर वह स्टोर रूम के फ्रिज में छुप गयी थी। मदर टेरेसा के संगठन मिशनरीज ऑफ चैरिटी द्वारा चलाए जा रहे इस वृद्धाश्रम में करीब 80 लोग रह रहे थे।

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)

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