
पाकिस्तान को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की ग्रे लिस्ट में शामिल करने को लेकर भारत सूबत देगा. सूत्रों के अनुसार भारत ये बताएगा कि आखिर पाकिस्तान कैसे आतंकियों को फंडिंग करता है. जून में वर्ल्ड बैंक की एक महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है. इस बैठक में भारत पाकिस्तान को वर्ल्ड बैंक की तरफ से किसी भी वित्तीय सहायता के खिलाफ अपनी बात रखेगा. साथ ही भारत इस बात से भी नाराज है कि IMF ने भारत के विरोध के बावजूद पाकिस्तान को वित्तीय सहायता देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी. सूत्रों के अनुसार भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सबूत जुटा लिए हैं. जो ये साबित करने के लिए पर्याप्त हैं कि पाकिस्तान किस तरह से आतंकियों को फंडिंग करता रहा है.
सूत्रों के मुताबिक वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इंटरनेशनल मोनेटरी फंड की मैनेजिंग डायरेक्टर के साथ खुद बात कर पाकिस्तान को वित्तीय मदद देने के प्रस्ताव का विरोध किया था. भारत ने IMF से कहा था कि पिछले कुछ दशक में जब भी आईएमएफ ने पाकिस्तान की वित्तीय सहायता की है उस साल पाकिस्तान की हथियारों की खरीद बढ़ गई है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं