न्यूयार्क:
भारत ने कहा कि वह पाकिस्तान के साथ ‘विश्वास करें, लेकिन परखकर’ की नीति पर अमल करेगा तथा इस्लामाबाद को अपनी सरजमीं से भारत विरोधी आतंकवाद के सभी तरह के ‘बैक्टीरिया’ को खत्म करना होगा।
खुर्शीद ने कहा कि देश में विपक्ष की कड़ी आलोचनाओं के बावजूद यहां पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात करने वाले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह उनपर ‘विश्वास’ करना चाहते हैं और उन्हें युद्धविराम के उल्लंघन तथा भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के अपने बयान को अमली जामा पहनाने का एक मौका देना चाहते हैं।
विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने इसके साथ ही इस बात को भी रेखांकित किया कि शरीफ पर ‘भरोसा’ करने के साथ ही भारत बंद पड़ी वार्ता प्रक्रिया को बहाल करने की दिशा में कोई कदम उठाने से पहले जमीनी स्तर पर उठाए गए कदमों की भी ‘परख’ करना चाहेगा।
खुर्शीद ने कहा कि भारत विरोधी आतंकवाद के ‘‘बैक्टीरिया’ की जड़ें पाकिस्तान में हैं जिनका हर हाल में खात्मा किया जाना चाहिए। फिर चाहे यह ‘‘राज्य प्रायोजित, राज्य नियंत्रित, राज्य समर्थित या राज्य द्वारा प्रोत्साहित क्यों न हो और इस जीवाणु को अपनी जड़ें फैलाकर रचनात्मक सृजनात्मक संबंधों की ‘‘पौध’’ को नष्ट करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
खुर्शीद ने भाजपा के विरोध के बावजूद शरीफ के साथ मनमोहन सिंह की मुलाकात को सही ठहराते हुए कहा, ‘‘हमारे प्रधानमंत्री उन्हें एक मौका देना चाहते हैं, उनपर भरोसा करना चाहते हैं लेकिन जैसा कि सिंह ने कहा है कि हमें तसदीक करनी होगी।’’ भाजपा ने यह कहते हुए सिंह की शरीफ के साथ मुलाकात का विरोध किया था कि पाकिस्तान के संघर्षविराम उल्लंघन करने के कारण मुलाकात का यह सही समय नहीं है।
खुर्शीद ने कहा कि देश में विपक्ष की कड़ी आलोचनाओं के बावजूद यहां पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात करने वाले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह उनपर ‘विश्वास’ करना चाहते हैं और उन्हें युद्धविराम के उल्लंघन तथा भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के अपने बयान को अमली जामा पहनाने का एक मौका देना चाहते हैं।
विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने इसके साथ ही इस बात को भी रेखांकित किया कि शरीफ पर ‘भरोसा’ करने के साथ ही भारत बंद पड़ी वार्ता प्रक्रिया को बहाल करने की दिशा में कोई कदम उठाने से पहले जमीनी स्तर पर उठाए गए कदमों की भी ‘परख’ करना चाहेगा।
खुर्शीद ने कहा कि भारत विरोधी आतंकवाद के ‘‘बैक्टीरिया’ की जड़ें पाकिस्तान में हैं जिनका हर हाल में खात्मा किया जाना चाहिए। फिर चाहे यह ‘‘राज्य प्रायोजित, राज्य नियंत्रित, राज्य समर्थित या राज्य द्वारा प्रोत्साहित क्यों न हो और इस जीवाणु को अपनी जड़ें फैलाकर रचनात्मक सृजनात्मक संबंधों की ‘‘पौध’’ को नष्ट करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
खुर्शीद ने भाजपा के विरोध के बावजूद शरीफ के साथ मनमोहन सिंह की मुलाकात को सही ठहराते हुए कहा, ‘‘हमारे प्रधानमंत्री उन्हें एक मौका देना चाहते हैं, उनपर भरोसा करना चाहते हैं लेकिन जैसा कि सिंह ने कहा है कि हमें तसदीक करनी होगी।’’ भाजपा ने यह कहते हुए सिंह की शरीफ के साथ मुलाकात का विरोध किया था कि पाकिस्तान के संघर्षविराम उल्लंघन करने के कारण मुलाकात का यह सही समय नहीं है।
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भारत-पाकिस्तान संबंध, आतंक का केंद्रबिन्दु, मनमोहन सिंह, बराक ओबामा, नवाज शरीफ, PM Tones Down Hopes, Talks With Nawaz Sharif