नई दिल्ली:
भारत विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में अमेरिका के मुकाबले एक और मुकदमा हार गया है। वैश्विक निकाय ने इस बार भारत के सौर ऊर्जा कार्यक्रम में घरेलू सामग्री के प्रयोग की शर्तों को अंतरराष्ट्रीय नियमों के खिलाफ पाया है।
एक अधिकारी ने कहा कि भारत जिनेवा स्थित डब्ल्यूटीओ के विवाद निपटान मंच के इस निर्णय के खिलाफ वहां अपीलीय मंच में अर्जी देगा। अमेरिका ने भारत की सौर मिशन योजना की शर्तों के खिलाफ डब्ल्यूटीओ में शिकायत पिछले साल की थी।
उसका कहना था कि इस कार्यक्रम में अमेरिकी विनिर्माताओं के साथ भेद-भाव हो रहा है, क्योंकि इसमें भारत में ही बने उपकरणों का प्रयोग करने की अनिवार्यता है और इस पर परियोजना सब्सिडी का प्रावधान है।
भारत ने जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय सौर ऊर्जा मिशन 11 जनवरी 2010 को शुरू किया था। भारत का 2022 तक सौर ऊर्जा उत्पादन का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है।
एक अधिकारी ने कहा कि भारत जिनेवा स्थित डब्ल्यूटीओ के विवाद निपटान मंच के इस निर्णय के खिलाफ वहां अपीलीय मंच में अर्जी देगा। अमेरिका ने भारत की सौर मिशन योजना की शर्तों के खिलाफ डब्ल्यूटीओ में शिकायत पिछले साल की थी।
उसका कहना था कि इस कार्यक्रम में अमेरिकी विनिर्माताओं के साथ भेद-भाव हो रहा है, क्योंकि इसमें भारत में ही बने उपकरणों का प्रयोग करने की अनिवार्यता है और इस पर परियोजना सब्सिडी का प्रावधान है।
भारत ने जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय सौर ऊर्जा मिशन 11 जनवरी 2010 को शुरू किया था। भारत का 2022 तक सौर ऊर्जा उत्पादन का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है।
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