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This Article is From Jun 18, 2014

इंटरपोल महासचिव के पद की दौड़ में भारत पराजित हुआ

नयी दिल्ली:

जर्मनी के जुर्येगन स्टाक को इंटरपोल महासचिव अमेरिका के रोनाल्ड के नोबेल का उत्तराधिकारी घोषित किए जाने के साथ ही भारत इस पद की दौड़ में पराजित हो गया।

सीबीआई के निदेशक रंजीत सिन्हा महासचिव पद की उम्मीदवारी के लिए चुने गए चुनिंदा लोगों में पहले भारतीय थे। सिन्हा ने फ्रांस के लियोन स्थित इंटरपोल के मुख्यालय में कल फ्रांस, जर्मनी, इटली, जार्डन और ब्रिटेन के उम्मीदवारों के साथ साक्षात्कार दिया।

स्टाक की उम्मीदवारी को कार्यकारी समिति ने मंजूरी दी, जिसमें अमेरिका, कनाडा, चिली, इटली, नीदरलैंड, फिनलैंड, जापान, कोरिया, नाइजीरिया, अल्जीरिया, रवांडा और कतर शामिल हैं।

स्टाक की उम्मीदवारी को इंटरपोल की शीर्ष संचालक मंडल महासभा में मंजूरी के लिए पेश किया जायेगा जब इसकी बैठक नवंबर में मोनाको में होगी।

वह नोबेल के पद छोड़ने के बाद 2015 में कार्यभार संभालेंगे जिन्होंने लगातार तीन बार यह पद संभाला था।

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