प्रतीकात्मक फोटो.
ढाका:
भारत ने हिंसा के कारण म्यामार छोड़कर बांग्लादेश में शरणार्थी शिविरों में ठहरे रोहिंग्या मुसलमान शरणार्थियों के लिए सोमवार को बांग्लादेश को 11 लाख लीटर से अधिक केरोसिन तेल और 20,000 स्टोव समेत राहत सामग्री दी.
म्यामार से बड़े पैमाने पर रोहिंग्याओं के आ जाने से मुश्किल स्थिति में फंस गए बांग्लादेश ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप करने और म्यामार पर इस मुद्दे का समाधान करने के लिए दबाव डालने का आह्वान किया है. पिछले साल अगस्त से 7,00,000 रोहिंग्या मुसलमान म्यामार के रखाइन प्रांत से भागकर बांग्लादेश चले गए. अगस्त में ही म्यामां में सेना ने रोहिंग्या मुसलमानों के कथित आतंकवादी संगठनों के विरुद्ध अभियान चलाया था.
यह भी पढ़ें : म्यांमार में रॉयटर्स के दो पत्रकारों को 7 साल की सजा, संस्था ने कहा- चुप नहीं बैठेंगे
बांग्लादेश में भारत के उच्चायुक्त हर्षवर्द्धन श्रींगला ने बांग्लादेश के आपदा प्रबंधन एवं राहत मंत्री मोफाज्जेल हुसैन चौधरी को 11 लाख लीटर केरोसिन तेल और 20000 केरोसिन मल्टीविक स्टोव सौंपे. भारतीय उच्चायोग ने एक बयान में कहा कि बांग्लादेश ने जो सहायता मांगी थी यह उसी के अनुसार है.
VIDEO : रोहिंग्या भी इंसान हैं..
रखाइन प्रांत के विस्थापितों की जरूरतें पूरा करने के अपने प्रयासों के तहत बांग्लादेश को भारत द्वारा मानवीय सहायता का यह तीसरा चरण है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
म्यामार से बड़े पैमाने पर रोहिंग्याओं के आ जाने से मुश्किल स्थिति में फंस गए बांग्लादेश ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप करने और म्यामार पर इस मुद्दे का समाधान करने के लिए दबाव डालने का आह्वान किया है. पिछले साल अगस्त से 7,00,000 रोहिंग्या मुसलमान म्यामार के रखाइन प्रांत से भागकर बांग्लादेश चले गए. अगस्त में ही म्यामां में सेना ने रोहिंग्या मुसलमानों के कथित आतंकवादी संगठनों के विरुद्ध अभियान चलाया था.
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