पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की एक वरिष्ठ सहयोगी द्वारा भूकंप पर की गई असंवेदनशील टिप्पणी के चलते सोशल मीडिया पर लोगों के निशाने पर आ गईं. प्रधानमंत्री की विशेष सूचना सहायक (एसएपीएम) डॉ. फिरदौस आशिक अवान ने लोगों की पीड़ा को नजरअंदाज करते हुए कहा कि इससे पता चलता है कि खान सरकार द्वारा किए गए “बदलावों” को धरती की गहराइयों तक महसूस किया जा रहा है. खान पिछले साल “बदलाव” के वादे के साथ सत्ता में आए थे. उनकी पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ और समर्थकों ने उनकी नीतियों के खिलाफ ज्यादातर आलोचनाओं को यह कहकर खारिज किया है कि “बदलाव” के बाद झटके लगते ही हैं.
भूकंप के जोरदार झटके से हिला PoK, 19 लोगों की मौत, 300 से अधिक घायल
अवान ने मंगलवार को एक कार्यक्रम के दौरान अपने भाषण के अंत में मुस्कुराते हुए कहा कि भूकंप एक संकेत है कि जब कोई “बदलाव” होता है, तो बेचैनी देखने को मिलती है. उन्होंने कहा, “ये बेचैनी बदलाव का प्रतीक है, जिससे धरती भी हिल गई. हो सकता है कि ये शुरुआती बदलाव (खान सरकार के) स्वीकार्य न हों.” उनके इस बेतुके बयान पर श्रोताओं ने जमकर ठहाके लगाए.
ये टिप्पणी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जहां लोगों ने उन पर असंवेदनशीलता दिखाने के लिए गुस्सा निकाला. मार्को पोलो नाम के एक यूजर ने लिखा, “भूकंप पर सूचना मंत्री का शर्मनाक बयान. मसखरी जोकर और मूर्ख इंसान.” उनकी साथी और मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी ने बात संभालते हुए कहा कि उनका बयान आधिकारिक नीति को नहीं दर्शाता है.
दिल्ली-NCR,जम्मू कश्मीर सहित उत्तर भारत के कई शहरों में भूकंप के झटके
बता दें मंगलवार को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और कुछ अन्य शहरों में आए 5.8 तीव्रता के भूकंप में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई और 450 से अधिक घायल हो गए. भूकंप के झटके भारत की राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई इलाकों में भी महसूस किए गए.
VIDEO: दिल्ली-NCR, जम्मू कश्मीर सहित उत्तर भारत के कई शहरों में भूकंप के झटकेNDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं