Imran khan swearing in ceremony: इमरान खान (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
क्रिकेट के मैदान में हरफनमौला प्रदर्शन करने के बाद अब इमरान खान पाकिस्तान के लिए एक नई पारी का आगाज करने जा रहे हैं. इस पारी में भी इमरान खान से अपने देश के हित और दुनिया के साथ बेहतर संबंध बनाने की दिशा में अपेक्षित प्रदर्शन की उम्मीदें हैं. क्रिकेट के पूर्व कप्तान को आज आधिकारिक रूप से पाकिस्तान का कप्तान घोषित कर दिया जाएगा. आज क्रिकेटर से नेता बने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के मुखिया इमरान खान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण करेंगे. इमरान की शपथ पर सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि पूरे देश की निगाहें हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि पाकिस्तान पर आतंकवाद को पोषित करने के आरोप लगते रहे हैं और भारत के साथ कश्मीर मसले पर उसका काफी समय से तकरार रहा है. यही वजह है कि भारत भी इमरान खान से सकारत्मक पहल की उम्मीद करेगा ताकि दोनों देशों के बीच एक बेहतर संबंध स्थापित हो सके. हालांकि, इमरान खान की राह में चुनौतियां कम नहीं हैं, मगर जब वह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं तो उनसे कई क्षेत्रों में बेहतर काम करने की उम्मीद होगी. इमरान खान का व्यक्तित्व कुछ ऐसा रहा है कि उनसे जुड़ी कई सारी बातें आज भी लोग पढ़ना चाहते हैं. उनका विवादों के साथ भी गहरा रिश्ता रहा है.
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान:
इमरान खान पाकिस्तान के काफी दिग्गज क्रिकेटर रह चुके हैं. इमरान खान महज 13 साल की उम्र से ही क्रिकेट खेलना शुरू कर चुके थे. पहले वह कॉलेज और बाद में वह क्लब से खेले. 18 साल की उम्र में 1971 में इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के दौरान उन्होंने पाकिस्तान नेशनल क्रिकेट टीम में डेब्यू किया. इमरान ने 1971-1992 तक पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के लिए खेला और 1982 से 1992 के बीच वह पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान भी रहे. 1987 के क्रिकेट विश्व कप के बाद इमरान ने संन्यास ले लिया था लेकिन 1988 में उन्हें दोबारा टीम में शामिल किया गया. खान के कप्तानी में पाकिस्तान ने वर्ल्ड कप जीता था. इस तरह से देखा जाए तो पाकिस्तानी सरजमीं से आने वाले इमरान खान पाकिस्तान क्रिकेट टीम के अब तक से सबसे सफल क्रिकेटर रहे हैं. इमरान खान काफी शर्मीले रहे हैं. इसकी पुष्टि इमरान खान की उस बात से होती है, जब उन्होंने कहा था- जब मैं क्रिकेट टीम का कप्तान बना था, तो मैं इतना शर्मीला था कि सीधे टीम से बात नहीं कर सकता था.
VIDEO: इमरान के शपथ समारोह में शामिल होने पाकिस्तान पहुंचे सिद्धू, जानिये वहां जाकर क्या कहा...
इमरान खान की तीन शादियां:
इमरान खान अपनी शादियों को लेकर भी काफी मशहूर रहे हैं. इमरान खान की एक नहीं बल्कि तीन-तीन शादियां हुई हैं. इमरान खान की जेमाइमा गोल्डस्मिथ, रेहम खान और बुशरा मानेका से तीन शादियां हुई. इमरान खान की पहली शादी ब्रिटेन के एक अरबपति की बेटी जेमिमा से हुई थी जो तकरीबन 9 साल चली. जेमिमा से इमरान के 2 बेटे हैं. इमरान की दूसरी शादी 2015 में एक टीवी एंकर रेहम खान से हुई जो महज़ 10 महीने ही चल सकी. अभी वह अपनी तीसरी पत्नी बुशरा मानेका के साथ रह रहे हैं. हालांकि, रेहम खान एक किताब लिख रही हैं जिसमें इमरान के कई अवैध रिश्तों और औलादों का दावा किया गया है. बता दें कि एक इंटरव्यू में इमरान खान ने इस बात को स्वीकार किया है कि दूसरी शादी उनकी सबसे बड़ी गलती रही है. बकौल इंटरव्यू, मैंने अपनी ज़िंदगी में कुछ गलतियां की, लेकिन दूसरी शादी सबसे बड़ी गलती रही.
क्रिकेट के मैदान के बाद राजनीतिक पारी :
1992 में क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद चार से अधिक वर्षों तक इमरान खान ने अपने प्रयासों को केवल सामाजिक कार्य पर केंद्रित किया. मगर क्रिकेट की पारी के बाद इमरान खान ने अपनी राजनीतिक पारी का ऐलान कर दिया. इमरान खान ने अप्रैल 1996 में ख़ान ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (न्याय के लिए आंदोलन) राजनीतिक पार्टी बनाई. लेकिन साल 1997 में पहले चुनाव में ही उन्हें हार का सामना करना पड़ा. लेकिन उन्होंने फिर प्रयास किया और साल 2002 में उन्हें जीत मिली. उन्होंने नवंबर 2002 से अक्टूबर 2007 तक नेशनल असेंबली के सदस्य के रूप में मियांवाली का प्रतिनिधित्व किया. उसके बाद फिर वह 2013 से 20018 तक नेशनल एसेंबली के सदस्य रहे.
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली ने पीटीआई प्रमुख इमरान खान को देश का अगला प्रधानमंत्री चुना
नवाज के खिलाफ राजनीति :
अगर इमरान खान की राजनीति पर गौर किया जाए तो यह दिखेगा कि नवाज के खिलाफ लगातार आवाज बुलंद करने का उन्हें फायदा मिला. दरअसल, इमरान खान ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के खिलाफ एक तरह से राजनीतिक आंदोलन शुरू कर दिया था. दरअसल, नवाज शरीफ काफी समय तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे. इसलिए इमरान खान को अपनी राजनीति चमकाने के लिए नवाज पर कीचड़ उछालने की जरूरत थी. 2013 में जब नवाज शऱीफ सत्ता की ओर मजबूती से कदम बढ़ा रहे थे, तभी इमरान खान ने नया पाकिस्तान का नारा दिया. इसके बाद से वह लगातार संघर्ष करते रहे और आज सबसे बड़ी पार्टी के चेहरा हैं. इस चुनाव में भी इमरान खान ने पनामा में दोषी नवाज शरीफ और उनकी पार्टी पर जमकर निशाना साधते रहे और आज यह वजह है कि वह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री हैं.
पाकिस्तान के पीएम के रूप में इमरान खान :
पाकिस्तान में चुनी हुई सरकार और सैन्य शासन का दौर लंबे समय से चलता आ रहा है. पाकिस्तान का इतिहास रहा है कि कभी सेना तख्तापलट कर सत्ता अपने हाथों में ले लेती है तो कभी चुनी हुई सरकार देश का मुकद्दर बनाने की कोशिश करती है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रूप में इमरान खान कितना कारगर होंगे, उनके शुरुआती कदम से पता चलता जाएगा. हालांकि, वह पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री बनेंगे. पाकिस्तान के पीएम के तौर पर वह बेहतर साबित भी हो सकते हैं, बशर्ते उन्हें पाकिस्तान पर आंतकवाद परस्त होने का दाग मिटाना होगा, उन्हें अपने देश में अमन चैन स्थापित करने के साथ-साथ सीमा पर शांति स्थापित करनी होगी. कश्मीर मसले पर शांति वार्ता की पहल करनी होगी और वैश्विव मंचों पर यह साबित करना होगा कि पाकिस्तान अब आतंकवाद का पोषण नहीं करता है. हालांकि, जिस तरह से अमेरिका लगातार पाकिस्तान पर दबाव बना रहा है और बीते कुछ सालों में हिंदुस्तान के साथ पाकिस्तान के रिश्ते बिगड़े हैं, उन्हें पटरी पर लाना और पाकिस्तान को सच में नया पाकिस्तान बनाने इमरान खान के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी.
VIDEO: इमरान खान पाकिस्तान के नए कप्तान
तो चलिए जानते हैं क्रिकेट की कप्तानी से देश की कप्तानी तक, इमरान खान की पांच अनसुनी और अनकही कहानियां....
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान:
इमरान खान पाकिस्तान के काफी दिग्गज क्रिकेटर रह चुके हैं. इमरान खान महज 13 साल की उम्र से ही क्रिकेट खेलना शुरू कर चुके थे. पहले वह कॉलेज और बाद में वह क्लब से खेले. 18 साल की उम्र में 1971 में इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के दौरान उन्होंने पाकिस्तान नेशनल क्रिकेट टीम में डेब्यू किया. इमरान ने 1971-1992 तक पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के लिए खेला और 1982 से 1992 के बीच वह पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान भी रहे. 1987 के क्रिकेट विश्व कप के बाद इमरान ने संन्यास ले लिया था लेकिन 1988 में उन्हें दोबारा टीम में शामिल किया गया. खान के कप्तानी में पाकिस्तान ने वर्ल्ड कप जीता था. इस तरह से देखा जाए तो पाकिस्तानी सरजमीं से आने वाले इमरान खान पाकिस्तान क्रिकेट टीम के अब तक से सबसे सफल क्रिकेटर रहे हैं. इमरान खान काफी शर्मीले रहे हैं. इसकी पुष्टि इमरान खान की उस बात से होती है, जब उन्होंने कहा था- जब मैं क्रिकेट टीम का कप्तान बना था, तो मैं इतना शर्मीला था कि सीधे टीम से बात नहीं कर सकता था.
VIDEO: इमरान के शपथ समारोह में शामिल होने पाकिस्तान पहुंचे सिद्धू, जानिये वहां जाकर क्या कहा...
इमरान खान की तीन शादियां:
इमरान खान अपनी शादियों को लेकर भी काफी मशहूर रहे हैं. इमरान खान की एक नहीं बल्कि तीन-तीन शादियां हुई हैं. इमरान खान की जेमाइमा गोल्डस्मिथ, रेहम खान और बुशरा मानेका से तीन शादियां हुई. इमरान खान की पहली शादी ब्रिटेन के एक अरबपति की बेटी जेमिमा से हुई थी जो तकरीबन 9 साल चली. जेमिमा से इमरान के 2 बेटे हैं. इमरान की दूसरी शादी 2015 में एक टीवी एंकर रेहम खान से हुई जो महज़ 10 महीने ही चल सकी. अभी वह अपनी तीसरी पत्नी बुशरा मानेका के साथ रह रहे हैं. हालांकि, रेहम खान एक किताब लिख रही हैं जिसमें इमरान के कई अवैध रिश्तों और औलादों का दावा किया गया है. बता दें कि एक इंटरव्यू में इमरान खान ने इस बात को स्वीकार किया है कि दूसरी शादी उनकी सबसे बड़ी गलती रही है. बकौल इंटरव्यू, मैंने अपनी ज़िंदगी में कुछ गलतियां की, लेकिन दूसरी शादी सबसे बड़ी गलती रही.
क्रिकेट के मैदान के बाद राजनीतिक पारी :
1992 में क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद चार से अधिक वर्षों तक इमरान खान ने अपने प्रयासों को केवल सामाजिक कार्य पर केंद्रित किया. मगर क्रिकेट की पारी के बाद इमरान खान ने अपनी राजनीतिक पारी का ऐलान कर दिया. इमरान खान ने अप्रैल 1996 में ख़ान ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (न्याय के लिए आंदोलन) राजनीतिक पार्टी बनाई. लेकिन साल 1997 में पहले चुनाव में ही उन्हें हार का सामना करना पड़ा. लेकिन उन्होंने फिर प्रयास किया और साल 2002 में उन्हें जीत मिली. उन्होंने नवंबर 2002 से अक्टूबर 2007 तक नेशनल असेंबली के सदस्य के रूप में मियांवाली का प्रतिनिधित्व किया. उसके बाद फिर वह 2013 से 20018 तक नेशनल एसेंबली के सदस्य रहे.
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली ने पीटीआई प्रमुख इमरान खान को देश का अगला प्रधानमंत्री चुना
नवाज के खिलाफ राजनीति :
अगर इमरान खान की राजनीति पर गौर किया जाए तो यह दिखेगा कि नवाज के खिलाफ लगातार आवाज बुलंद करने का उन्हें फायदा मिला. दरअसल, इमरान खान ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के खिलाफ एक तरह से राजनीतिक आंदोलन शुरू कर दिया था. दरअसल, नवाज शरीफ काफी समय तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे. इसलिए इमरान खान को अपनी राजनीति चमकाने के लिए नवाज पर कीचड़ उछालने की जरूरत थी. 2013 में जब नवाज शऱीफ सत्ता की ओर मजबूती से कदम बढ़ा रहे थे, तभी इमरान खान ने नया पाकिस्तान का नारा दिया. इसके बाद से वह लगातार संघर्ष करते रहे और आज सबसे बड़ी पार्टी के चेहरा हैं. इस चुनाव में भी इमरान खान ने पनामा में दोषी नवाज शरीफ और उनकी पार्टी पर जमकर निशाना साधते रहे और आज यह वजह है कि वह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री हैं.
पाकिस्तान के पीएम के रूप में इमरान खान :
पाकिस्तान में चुनी हुई सरकार और सैन्य शासन का दौर लंबे समय से चलता आ रहा है. पाकिस्तान का इतिहास रहा है कि कभी सेना तख्तापलट कर सत्ता अपने हाथों में ले लेती है तो कभी चुनी हुई सरकार देश का मुकद्दर बनाने की कोशिश करती है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रूप में इमरान खान कितना कारगर होंगे, उनके शुरुआती कदम से पता चलता जाएगा. हालांकि, वह पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री बनेंगे. पाकिस्तान के पीएम के तौर पर वह बेहतर साबित भी हो सकते हैं, बशर्ते उन्हें पाकिस्तान पर आंतकवाद परस्त होने का दाग मिटाना होगा, उन्हें अपने देश में अमन चैन स्थापित करने के साथ-साथ सीमा पर शांति स्थापित करनी होगी. कश्मीर मसले पर शांति वार्ता की पहल करनी होगी और वैश्विव मंचों पर यह साबित करना होगा कि पाकिस्तान अब आतंकवाद का पोषण नहीं करता है. हालांकि, जिस तरह से अमेरिका लगातार पाकिस्तान पर दबाव बना रहा है और बीते कुछ सालों में हिंदुस्तान के साथ पाकिस्तान के रिश्ते बिगड़े हैं, उन्हें पटरी पर लाना और पाकिस्तान को सच में नया पाकिस्तान बनाने इमरान खान के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी.
VIDEO: इमरान खान पाकिस्तान के नए कप्तान
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं