अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा (फाइल फोटो)
वाशिंगटन:
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि यदि उनकी बेटियां सेना में जाने का फैसला करती हैं, तो उन्हें इस बात पर गर्व होगा, हालांकि उन्होंने यह भी माना कि उन्हें थोड़ी घबराहट भी होगी.
बराक ओबामा ने वर्जीनिया में एक सैन्य टाउनहॉल में कहा, "यदि मालिया और साशा फैसला करती हैं कि वे इसमें (सेना में) जाना चाहती हैं, तो मुझे उन पर गर्व होगा..." ओबामा ने कहा, "अगर मैं कहूं कि इसे लेकर मुझे कभी चिंता नहीं होगी, तो यह झूठ होगा, क्योंकि बच्चे तो आपके लिए बच्चे ही होते हैं, और अगर मौका मिले तो आप उनकी बाकी की ज़िन्दगी में उन्हें आरामदायक तरीके से रखना चाहेंगे... लेकिन यदि वे सेना में अपनी सेवाएं देती हैं, तो मुझे गर्व होगा और मुझे लगता है कि जो भी माता-पिता अपने बच्चों को सेना में जाते देखते हैं, उन्हें गर्व होता है..."
राष्ट्रपति दरअसल इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि यदि मालिया और साशा सेना में जाने में दिलचस्पी दिखाती हैं, तो वह उन्हें क्या सलाह देंगे...? अमेरिकी राष्ट्रपति ने जवाब में कहा, "मैं कहूंगा... जाओ..." उन्होंने कहा, "जब मैं 18 साल का था, मैंने 'सेलेक्टिव सर्विस' के लिए आवेदन किया था... तब वियतनाम युद्ध समाप्त हुआ ही था... कोई सक्रिय युद्ध नहीं चल रहा था... हम पर कोई हमला भी नहीं हुआ था, इसलिए मैंने दूसरा रास्ता चुन लिया और मैं हमारी सेना की सेवा नहीं कर सका..."
ओबामा ने कहा कि व्हाइट हाउस में उनके कर्मचारियों में कई ऐसे लोग हैं, जो खुद भी सेना में रहे हैं और अब उनके बच्चे भी सेना में हैं. वर्जीनिया में फोर्ट ली टाउन हॉल में ओबामा ने कहा, "शुरुआत में वे इसे लेकर घबराए हुए थे और अब वे देख रहे हैं कि किस तरह उनके बच्चों के व्यक्तित्व का निर्माण हो रहा है... यह शानदार है..."
बराक ओबामा ने वर्जीनिया में एक सैन्य टाउनहॉल में कहा, "यदि मालिया और साशा फैसला करती हैं कि वे इसमें (सेना में) जाना चाहती हैं, तो मुझे उन पर गर्व होगा..." ओबामा ने कहा, "अगर मैं कहूं कि इसे लेकर मुझे कभी चिंता नहीं होगी, तो यह झूठ होगा, क्योंकि बच्चे तो आपके लिए बच्चे ही होते हैं, और अगर मौका मिले तो आप उनकी बाकी की ज़िन्दगी में उन्हें आरामदायक तरीके से रखना चाहेंगे... लेकिन यदि वे सेना में अपनी सेवाएं देती हैं, तो मुझे गर्व होगा और मुझे लगता है कि जो भी माता-पिता अपने बच्चों को सेना में जाते देखते हैं, उन्हें गर्व होता है..."
राष्ट्रपति दरअसल इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि यदि मालिया और साशा सेना में जाने में दिलचस्पी दिखाती हैं, तो वह उन्हें क्या सलाह देंगे...? अमेरिकी राष्ट्रपति ने जवाब में कहा, "मैं कहूंगा... जाओ..." उन्होंने कहा, "जब मैं 18 साल का था, मैंने 'सेलेक्टिव सर्विस' के लिए आवेदन किया था... तब वियतनाम युद्ध समाप्त हुआ ही था... कोई सक्रिय युद्ध नहीं चल रहा था... हम पर कोई हमला भी नहीं हुआ था, इसलिए मैंने दूसरा रास्ता चुन लिया और मैं हमारी सेना की सेवा नहीं कर सका..."
ओबामा ने कहा कि व्हाइट हाउस में उनके कर्मचारियों में कई ऐसे लोग हैं, जो खुद भी सेना में रहे हैं और अब उनके बच्चे भी सेना में हैं. वर्जीनिया में फोर्ट ली टाउन हॉल में ओबामा ने कहा, "शुरुआत में वे इसे लेकर घबराए हुए थे और अब वे देख रहे हैं कि किस तरह उनके बच्चों के व्यक्तित्व का निर्माण हो रहा है... यह शानदार है..."
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