अंग्रेजी के मशहूर लेखक सलमान रुश्दी (Salman Rushdie) पर 12 अगस्त की रात न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम के दौरान स्टेज पर हादी मतार (Hadi Matar) नामक व्यक्ति ने चाकू से हमला कर दिया था. वहीं हमलावर हादी मतार ने न्यूयॉर्क पोस्ट को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि वह "आश्चर्यचकित" था कि लेखक हमले में बच गया. 24 वर्षीय हादी मटर ने टैब्लॉइड को बताया, "जब मैंने सुना कि वह बच गया, तो मुझे आश्चर्य हुआ. जेल में बंद संदिग्ध के साथ एक वीडियो साक्षात्कार किया गया था. जिसमें उसने ये बात कही.
हालांकि आरोपी ने ये नहीं बताया कि वह साल 1989 में ईरान के पूर्व सर्वोच्च नेता अयातुल्ला रूहोल्लाह खुमैनी के तहत जारी फतवा से प्रेरित था कि नहीं. जिसमें मुसलमानों को लेखक को मारने का आदेश दिया गया था. आरोपी ने कहा कि "मैं अयातुल्ला का सम्मान करता हूं. मुझे लगता है कि वह एक महान व्यक्ति हैं.
वहीं रुश्दी के बारे में मतार ने कहा कि मैंने रुश्दी के उपन्यास के "कुछ पन्ने पढ़े" हैं. "मुझे वह व्यक्ति पसंद नहीं था. मुझे नहीं लगता कि वह बहुत अच्छा व्यक्ति है." वह इस्लाम पर हमला करते हैं, उसने मान्यताओं, विश्वास प्रणालियों पर हमला किया है.
मतार ने कहा कि वह ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड के संपर्क में नहीं थे. एक ट्वीट के माध्यम से उन्हें पता चला कि रुश्दी इस साल की शुरुआत में चौटाउक्वा इंस्टीट्यूशन की साहित्यिक श्रृंखला में बोलेंगे. जिसके बाद उसने हमले की तैयारी की.
बता दें कि मतार द्वार चाकू घोंपे जाने के बाद रुश्दी (75) को वेंटीलेटर पर रखा गया था. लेकिन अब रुश्दी को वेंटिलेटर से हटा दिया गया है. वहीं इससे पहले शनिवार को मतार ने अदालत में पेश होने के दौरान हत्या के प्रयास के आरोप स्वीकार नहीं किया और उसे जमानत देने से इनकार कर दिया गया था. जिस वक्त उसे अदालत में पेश किया गया वह काली और सफेद धारियों का जम्पसूट पहने हुए था.
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