वाशिंगटन:
एक वक्त था, जब मैथ्यू लॉरी (Matthew Lowry) अमेरिकी खुफिया एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन - एफबीआई (Federal Bureau of Investigation - FBI) में एजेंट के तौर पर लगातार तरक्की की सीढ़ियां चढ़ता दिखाई देने लगा था, लेकिन नशीली दवाओं की लत ने उसका बेड़ा गर्क कर दिया, और अब वह सबूत के तौर पर इकट्ठी की गई हेरोइन को चुराने के आरोप में सज़ा सुनाए जाने का इंतज़ार कर रहा है।
33-वर्षीय मैथ्यू लॉरी द्वारा सबूतों से छेड़छाड़ किए जाने की वजह से जब अमेरिकी अभियोजकों को दो दर्जन से भी ज़्यादा ड्रग ट्रैफिकर्स के खिलाफ अपने मुकदमे वापस लेने पड़े, तो लॉरी को ड्यूटी से हटा दिया गया। दरअसल, लॉरी के 'बिगड़ने' की कहानी उस समय शुरू हुई, जब उसे बड़ी आंत (large intestine) में दर्द और जलन, यानी अल्सरेटिव कोलाइटिस (ulcerative colitis) के इलाज के तौर पर दी गई दर्दनिवारक दवाओं (पेनकिलर्स) की लत लग गई।
बचाव पक्ष के वकील रॉबर्ट बॉनसिब (Robert Bonsib) ने बताया कि दर्द से बचने के लिए ली जाने वाली दवाई की आदत धीरे-धीरे हेरोइन की लत में तब्दील हो गई, और ऐसा वह एफबीआई की अपनी ड्यूटी भुगताते समय भी करने लगा। बॉनसिब ने कहा, "विडम्बना यह है कि दरअसल लॉरी ड्रग डीलरों के खिलाफ अपने काम को लगातार जारी रखने के लिए अपनी शारीरिक हालत ठीक रखने की खातिर हेरोइन का सेवन कर रहा है... वह हेरोइन नशे के लिए नहीं ले रहा है, बल्कि ज़्यादा मेहनत कर पाने के लायक बनने के लिए ले रहा है..."
यह एक ऐसे युवा एजेंट के अचानक पतन की कहानी है, जिससे लोगों ने बहुत बड़े-बड़े कारनामों को अंजाम देने की उम्मीदें लगाई थीं। डेढ़ साल के एक बच्चे का पिता लॉरी सारी उम्र अपने पुलिस अधिकारी पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए पुलिस व्यवस्था में ही करियर बनाने का ख्वाब देखता रहा था।
वाशिंगटन के निकट एफबीआई ट्रेनिंग अकादमी से ऑनर्स की डिग्री लेने के बाद सिर्फ तीन ही साल में लॉरी को एन्टी-ड्रग ट्रैफिकिंग यूनिट में तैनात कर दिया गया था, लेकिन वहां एक तरफ उसे शानदार काम के लिए अपने वरिष्ठों से तारीफें मिल रही थीं, वहीं उसने खुद सबूतों के तौर पर जमा की हेरोइन में से थोड़ी-थोड़ी मात्रा चुराने के रास्ते खोज निकाले।
उसकी ये गलत हरकतें पिछले सितंबर के अंत में उस समय उजागर हुईं, जब वह ड्रग ट्रैफिकिंग के लिए बदनाम वाशिंगटन के एक इलाके में नशे की हालत में ड्यूटी करता पकड़ा गया। कोर्ट में पेश किए गए दस्तावेज़ों के मुताबिक, एन्टी-ड्रग एजेंट खुद ही 'बात तक करने की हालत में नहीं' था...
उसकी कार में गैस (ईंधन) खत्म हो चुकी थी, और उसमें अपराधियों की गिरफ्तारियों के समय जब्त की गई हेरोइन के निशानात के साथ-साथ सबूतों के कुछ खाली थेले भी मिले। इसके अलावा अधिकारियों ने उसकी गाड़ी से उन्हीं अभियानों के दौरान जब्त किए कुछ हथियार और सेलफोन भी बरामद किए।
इसके बाद मार्च, 2015 में लॉरी ने न्याय में बाधा पहुंचाने, झूठे रिकॉर्ड बनाने और हेरोइन रखने जैसे 64 गुनाह कबूल कर लिए, और अब उसे सात साल तक की कैद की सज़ा सुनाई जा सकती है।
33-वर्षीय मैथ्यू लॉरी द्वारा सबूतों से छेड़छाड़ किए जाने की वजह से जब अमेरिकी अभियोजकों को दो दर्जन से भी ज़्यादा ड्रग ट्रैफिकर्स के खिलाफ अपने मुकदमे वापस लेने पड़े, तो लॉरी को ड्यूटी से हटा दिया गया। दरअसल, लॉरी के 'बिगड़ने' की कहानी उस समय शुरू हुई, जब उसे बड़ी आंत (large intestine) में दर्द और जलन, यानी अल्सरेटिव कोलाइटिस (ulcerative colitis) के इलाज के तौर पर दी गई दर्दनिवारक दवाओं (पेनकिलर्स) की लत लग गई।
बचाव पक्ष के वकील रॉबर्ट बॉनसिब (Robert Bonsib) ने बताया कि दर्द से बचने के लिए ली जाने वाली दवाई की आदत धीरे-धीरे हेरोइन की लत में तब्दील हो गई, और ऐसा वह एफबीआई की अपनी ड्यूटी भुगताते समय भी करने लगा। बॉनसिब ने कहा, "विडम्बना यह है कि दरअसल लॉरी ड्रग डीलरों के खिलाफ अपने काम को लगातार जारी रखने के लिए अपनी शारीरिक हालत ठीक रखने की खातिर हेरोइन का सेवन कर रहा है... वह हेरोइन नशे के लिए नहीं ले रहा है, बल्कि ज़्यादा मेहनत कर पाने के लायक बनने के लिए ले रहा है..."
यह एक ऐसे युवा एजेंट के अचानक पतन की कहानी है, जिससे लोगों ने बहुत बड़े-बड़े कारनामों को अंजाम देने की उम्मीदें लगाई थीं। डेढ़ साल के एक बच्चे का पिता लॉरी सारी उम्र अपने पुलिस अधिकारी पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए पुलिस व्यवस्था में ही करियर बनाने का ख्वाब देखता रहा था।
वाशिंगटन के निकट एफबीआई ट्रेनिंग अकादमी से ऑनर्स की डिग्री लेने के बाद सिर्फ तीन ही साल में लॉरी को एन्टी-ड्रग ट्रैफिकिंग यूनिट में तैनात कर दिया गया था, लेकिन वहां एक तरफ उसे शानदार काम के लिए अपने वरिष्ठों से तारीफें मिल रही थीं, वहीं उसने खुद सबूतों के तौर पर जमा की हेरोइन में से थोड़ी-थोड़ी मात्रा चुराने के रास्ते खोज निकाले।
उसकी ये गलत हरकतें पिछले सितंबर के अंत में उस समय उजागर हुईं, जब वह ड्रग ट्रैफिकिंग के लिए बदनाम वाशिंगटन के एक इलाके में नशे की हालत में ड्यूटी करता पकड़ा गया। कोर्ट में पेश किए गए दस्तावेज़ों के मुताबिक, एन्टी-ड्रग एजेंट खुद ही 'बात तक करने की हालत में नहीं' था...
उसकी कार में गैस (ईंधन) खत्म हो चुकी थी, और उसमें अपराधियों की गिरफ्तारियों के समय जब्त की गई हेरोइन के निशानात के साथ-साथ सबूतों के कुछ खाली थेले भी मिले। इसके अलावा अधिकारियों ने उसकी गाड़ी से उन्हीं अभियानों के दौरान जब्त किए कुछ हथियार और सेलफोन भी बरामद किए।
इसके बाद मार्च, 2015 में लॉरी ने न्याय में बाधा पहुंचाने, झूठे रिकॉर्ड बनाने और हेरोइन रखने जैसे 64 गुनाह कबूल कर लिए, और अब उसे सात साल तक की कैद की सज़ा सुनाई जा सकती है।
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