मिकवौकी:
अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई का कहना है कि अमेरिका के विस्कॉन्सिन स्थित गुरुद्वारे में रविवार की गोलीबारी की घटना को हमलावर ने अकेले अंजाम दिया था। एजेंसी का कहना है कि मामले की तय तक पहुंचने के लिए 101 सुरागों पर काम किया जा रहा है।
अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी (एफबीआई) ने बुधवार को बताया कि अब तक की जांच में यह बात सामने आई है ओक क्रीक गुरुद्वारे में छह लोगों की मौत के जिम्मेदार पूर्व सैनिक वेड माइकल पेज ने इस काम को अकेले अंजाम दिया था, लेकिन श्वेतों की श्रेष्ठता में यकीन रखने वाले समूहों से उसका सम्बंध होने की वजह से जांचकर्ताओं ने जांच जारी रखी है।
जांच दल की अगुआई कर रहीं एफबीआई की स्पेशल एजेंट टेरेसा कार्लसन ने कहा, "मैं दोहराना चाहती हूं कि हमने इस सम्बंध में अब तक यह पाया है कि इस गोलीबारी में उसके अलावा अन्य कोई जिम्मेदार नहीं है। हमें अब तक यह भी पता नहीं चल पाया है कि इसके पीछे उसका क्या मकसद था।"
इसकी जांच के लिए विश्वभर में 101 सुरागों पर काम किया जा रहा है और 180 सम्मन जारी किए गए हैं। इस जांच में 100 से ज्यादा साक्षात्कारों को भी शामिल किया गया है इनमें पेज के देशभर में रह रहे साथियों, परिजनों ,पड़ोसियों और नियोक्ताओं के साथ किए गए साक्षात्कार शामिल हैं।
अधिकारी पेज के ई-मेल और टेलीफोन रिकॉर्ड, राज्य परिवहन विभाग के वीडियो और पड़ोस की सुरक्षा के वीडियो का भी निरीक्षण कर रहे हैं।
अधिकारियों ने पहले कहा था कि पेज की मौत पुलिस की गोली से हुई थी। पुलिस ने हथियार डालने को कहा था लेकिन पेज ने इससे इंकार कर दिया था। बुधवार को इस बात का खुलासा हुआ कि पेज ने खुद को गोली मार ली थी।
कार्लसन ने कहा कि पेज सम्भवत: अपनी महिला मित्र मिस्टी कुक (31) की वजह से मिलवाउकी आया जो यहां रहती थी और शायद वह भी उसके तरह श्वेतों की श्रेष्ठता में विश्वास करती थी।
इस गोलीबारी के बाद रविवार के दिन कुक को भी इस इलाके के एक किराए के मकान से गिरफ्तार किया गया था जहां वह जून में पेज से अलग होने के बाद भी रह रही थी और पेज कुडाही के दो मंजिले मकान में चला गया, अधिकारियों ने इसकी भी तलाशी ली थी। लेकिन एफबीआई के अधिकारियों का कहना है कि कुक की इस गोलीबारी में कोई भूमिका नहीं है।
अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी (एफबीआई) ने बुधवार को बताया कि अब तक की जांच में यह बात सामने आई है ओक क्रीक गुरुद्वारे में छह लोगों की मौत के जिम्मेदार पूर्व सैनिक वेड माइकल पेज ने इस काम को अकेले अंजाम दिया था, लेकिन श्वेतों की श्रेष्ठता में यकीन रखने वाले समूहों से उसका सम्बंध होने की वजह से जांचकर्ताओं ने जांच जारी रखी है।
जांच दल की अगुआई कर रहीं एफबीआई की स्पेशल एजेंट टेरेसा कार्लसन ने कहा, "मैं दोहराना चाहती हूं कि हमने इस सम्बंध में अब तक यह पाया है कि इस गोलीबारी में उसके अलावा अन्य कोई जिम्मेदार नहीं है। हमें अब तक यह भी पता नहीं चल पाया है कि इसके पीछे उसका क्या मकसद था।"
इसकी जांच के लिए विश्वभर में 101 सुरागों पर काम किया जा रहा है और 180 सम्मन जारी किए गए हैं। इस जांच में 100 से ज्यादा साक्षात्कारों को भी शामिल किया गया है इनमें पेज के देशभर में रह रहे साथियों, परिजनों ,पड़ोसियों और नियोक्ताओं के साथ किए गए साक्षात्कार शामिल हैं।
अधिकारी पेज के ई-मेल और टेलीफोन रिकॉर्ड, राज्य परिवहन विभाग के वीडियो और पड़ोस की सुरक्षा के वीडियो का भी निरीक्षण कर रहे हैं।
अधिकारियों ने पहले कहा था कि पेज की मौत पुलिस की गोली से हुई थी। पुलिस ने हथियार डालने को कहा था लेकिन पेज ने इससे इंकार कर दिया था। बुधवार को इस बात का खुलासा हुआ कि पेज ने खुद को गोली मार ली थी।
कार्लसन ने कहा कि पेज सम्भवत: अपनी महिला मित्र मिस्टी कुक (31) की वजह से मिलवाउकी आया जो यहां रहती थी और शायद वह भी उसके तरह श्वेतों की श्रेष्ठता में विश्वास करती थी।
इस गोलीबारी के बाद रविवार के दिन कुक को भी इस इलाके के एक किराए के मकान से गिरफ्तार किया गया था जहां वह जून में पेज से अलग होने के बाद भी रह रही थी और पेज कुडाही के दो मंजिले मकान में चला गया, अधिकारियों ने इसकी भी तलाशी ली थी। लेकिन एफबीआई के अधिकारियों का कहना है कि कुक की इस गोलीबारी में कोई भूमिका नहीं है।
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