सीरिया के विदेश मंत्री वालिद अल-मोआलम ने रविवार को कहा कि जेनेवा-2 के दूसरे दौर की वार्ता असफल नहीं हुई है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, अल-मोआलम ने कहा, "दूसरे दौर की वार्ता असफल नहीं हुई है और इसकी वजह यह है कि सीरिया के वार्ताकारों की जागरुकता की वजह से हम अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थ के एजेंडे पर सहमत हुए।"
सीरिया में संयुक्त राष्ट्र-अरब लीग के विशेष प्रतिनिधि लख्दर ब्राहिमी के मुताबिक, सीरिया सकंट पर जेनेवा-2 वार्ता का दूसरा दौर बिना किसी स्पष्ट नतीजे के शनिवार को संपन्न हो गया।
ब्राहिमी ने बताया कि अगले दौर की बातचीत के एजेंडे को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच सहमति बन गई है, लेकिन ब्राहिमी ने बातचीत के वास्तविक समय का खुलासा नहीं किया।
चार बिंदुओं वाले एजेंडे में हिंसा और आतंकवाद, राष्ट्रीय संस्थान, अंतरिम सरकार, राष्ट्रीय मैत्री और राष्ट्रीय बहस जैसे मुद्दे शामिल हैं।
पिछली दो दौर की वार्ता में सीरिया सरकार ने हिंसा और आतंकवाद को समाप्त करने को पहली प्राथमिकता दी है, जबकि विपक्ष पूर्णरूपेण विशेष अधिकार वाले अंतरिम सरकार की मांग कर रहा है, जिसमें राष्ट्रपति बशर अल-असद की भागीदारी नहीं होगी।
दोनों पक्ष 2012 में अंगीकार किए गए जेनेवा कम्युनिक के अनुसार बातचीत के लिए तैयार हुए हैं।
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