बेनगाजी:
90 के दशक में मुअम्मर गद्दाफी के काफी करीबी सहयोगी रहे लीबिया के पूर्व प्रधानमंत्री अब्देसलाम जालोड ने त्रिपोली छोड़कर विद्रोहियों के ठिकाने में शरण ली है। विद्रोहियों के प्रवक्ता कर्नल अहमद उमर बानी ने संवाददाताओं को बताया, उन्होंने त्रिपोली छोड़ दिया है और विद्रोहियों से जुड़ गए हैं। सुरक्षा कारणों से हम उनके ठिकाने का अभी खुलासा नहीं कर सकते। विद्रोहियों के कब्जे वाले दक्षिण-पश्चिम के एक शहर के एक और वरिष्ठ विद्रोही ने पहचान जाहिर नहीं करने की शर्त पर कहा, कमांडर जालोड अपने परिवार के साथ त्रिपोली से भाग निकलने में कामयाब रहे और वह जिंतान शहर में शुक्रवार को पहुंचे हैं। विद्रोही टेलीविजन चैनल लीबिया आवाम ने जालोड के हवाले से बताया है कि गद्दाफी के शासन का अब अंत हो चुका है। गद्दाफी के निकटवर्ती अधिकारियों में जालोड का नाम शुमार था। वर्ष 1969 में उन्हें सत्ता दिलाने में जालोड ने काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी। जालोड वर्ष 1972 से 1977 तक प्रधानमंत्री रह चुके हैं। गद्दाफी से विवाद के कारण बाद के दिनों में उन्होंने राजनीति से संन्यास ले लिया था।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
लीबिया, गद्दाफी, सहयोगी, विद्रोही