दुबई/बहरीन:
सऊदी अरब के बाद अब क़तर में भी जामिया मिल्लिया इस्लामिया का 98वां स्थापना दिवस मनाया गया. इस मौके पर 7 दिसंबर को क़तर की राजधानी दोहा के रेडिसन ब्लू होटल में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जामिया के रजिस्ट्रार ए.पी. सिद्दीकी (आईपीएस) ने कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की. जामिया के जन संपर्क अधिकारी-मीडिया कोऑर्डिनेटर अहमद अज़ीम भी इस कार्यक्रम में गेस्ट ऑफ ऑनर के तौर पर शामिल हुए. इस एलुमनाई मीट में दोहा के अलावा दूसरे मुल्कों से भी जामिया एलुमनाई शामिल हुए.
कार्यक्रम के मुख्य आयोजक नजमुल हसन खान ने बताया कि क़तर की भी कई सम्मानित शख्सियतों को इस अवसर पर बुलाया गया था. मुख्य अतिथि सिद्दीकी ने कहा कि पूर्व छात्रों को विश्वविद्यालय से जोड़ने के लिए सभी संभव प्रयास किये जा रहे हैं. विश्विद्यालय के विकास में पूर्व छात्र बहुत अहम भूमिका निभा रहे हैं और इसको और बेहतर बनाने की कोशिश की जाएगी. पूर्व छात्रों से जामिया को हर तरह की मदद की उम्मीद है.
जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय की वर्कशॉप में प्रोफेसर ने बताया- क्यों देश के लिए जरूरी है सोलर एनर्जी
उन्होंने कहा कि पूर्व छात्र, ज़्यादा से ज़्यादा मेधावी गरीब छात्रों को छात्रवृत्ति, विश्वविद्यालय में प्लेसमेंट बढ़ाने में अथवा विश्वविद्यालय में ज़रूरी सुविधाओं के लिए आर्थिक मदद मुहैया कराएं. उन्होंने कहा कि जामिया को हर तरह से मदद की ज़रूरत है. सिद्दीकी ने यह भी कहा कि कड़ी चयन प्रक्रिया के बाद उन गरीब बच्चों का चयन किया जाता है जिनको छात्रवृत्ति देनी है.
जामिया के स्थापना दिवस के अवसर पर पूरी दुनिया में जामिया के पूर्व छात्र कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं. स्थापना दिवस को पूर्व छात्र जौहर दिवस के रूप में मनाते हैं. इसी कड़ी में यह कार्यक्रम पूर्व छात्रों ने ग्लोबल जामिया एलुमनाई नेटवर्क (GJAN) के बैनर तले आयोजित किया.
खाड़ी देशों के अलावा अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, सिंगापुर समेत दुनिया के कई और देशों में भी जामिया का स्थापना दिवस मनाया जा रहा है. 29 अक्टूबर 1920 को जामिया की स्थापना की गई थी और अब 2 साल बाद इस ऐतिहासिक विश्वविद्यालय को स्थापित हुए 100 वर्ष पूरे हो जाएंगे.
VIDEO: नोटबंदी पर जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों की राय
कार्यक्रम के मुख्य आयोजक नजमुल हसन खान ने बताया कि क़तर की भी कई सम्मानित शख्सियतों को इस अवसर पर बुलाया गया था. मुख्य अतिथि सिद्दीकी ने कहा कि पूर्व छात्रों को विश्वविद्यालय से जोड़ने के लिए सभी संभव प्रयास किये जा रहे हैं. विश्विद्यालय के विकास में पूर्व छात्र बहुत अहम भूमिका निभा रहे हैं और इसको और बेहतर बनाने की कोशिश की जाएगी. पूर्व छात्रों से जामिया को हर तरह की मदद की उम्मीद है.
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उन्होंने कहा कि पूर्व छात्र, ज़्यादा से ज़्यादा मेधावी गरीब छात्रों को छात्रवृत्ति, विश्वविद्यालय में प्लेसमेंट बढ़ाने में अथवा विश्वविद्यालय में ज़रूरी सुविधाओं के लिए आर्थिक मदद मुहैया कराएं. उन्होंने कहा कि जामिया को हर तरह से मदद की ज़रूरत है. सिद्दीकी ने यह भी कहा कि कड़ी चयन प्रक्रिया के बाद उन गरीब बच्चों का चयन किया जाता है जिनको छात्रवृत्ति देनी है.
जामिया के स्थापना दिवस के अवसर पर पूरी दुनिया में जामिया के पूर्व छात्र कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं. स्थापना दिवस को पूर्व छात्र जौहर दिवस के रूप में मनाते हैं. इसी कड़ी में यह कार्यक्रम पूर्व छात्रों ने ग्लोबल जामिया एलुमनाई नेटवर्क (GJAN) के बैनर तले आयोजित किया.
खाड़ी देशों के अलावा अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, सिंगापुर समेत दुनिया के कई और देशों में भी जामिया का स्थापना दिवस मनाया जा रहा है. 29 अक्टूबर 1920 को जामिया की स्थापना की गई थी और अब 2 साल बाद इस ऐतिहासिक विश्वविद्यालय को स्थापित हुए 100 वर्ष पूरे हो जाएंगे.
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