फिल्म 'पा' के एक सीन में अमिताभ बच्चन और अभिषेक बच्चन.
ह्यूस्टन:
फिल्म 'पा' की कहानी तो आपको याद होगी. इस फिल्म में अमिताभ बच्चन एक ऐसे बच्चे के रोल में दिखे, जो बचपन में हुई बुजुर्ग हो जाता है. इस बीमारी को प्रोजेरिया कहते हैं. वैज्ञानिकों ने बच्चों को कम उम्र में ही ‘बूढ़ा’ बनाने वाले प्रोजेरिया रोग का इलाज ढूढ़ निकाला है. मानव कोशिकाओं की उम्र बढ़ाने वाली प्रक्रिया को धीमा कर और उन्हें दोबारा जवान बनाकर रोग पर काबू पाया जा सकता है.अमेरिका स्थित ह्यूस्टन मेथोडिस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं ने प्रोजेरिया पीड़ति बच्चे की कोशिकाओं का अध्ययन किया.
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शोध टीम में शामिल जॉन पी. कुक ने बताया, हम इस अध्ययन से पीड़ित बच्चों को सामान्य जिंदगी देने की कोशिश कर रहे हैं. अगर हम उनकी कोशिकाओं के कार्य में बदलाव कर सकें तो ऐसे बच्चों को दोबारा लंबी उम्र दिया जाना संभव हो सकेगा. उन्होंने कहा कि हमारा पूरा ध्यान कोशिकाओं में पाए जाने वाले ‘टीलोमीयर्स’ पर है. ये प्रत्येक गुणसूत्र के नोक पर स्थित होते हैं, जो गुणसूत्रों को जोड़े रखते हैं. जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है,
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ये टीलोमीयर्स छोटे होते जाते हैं. प्रोजेरिया से पीड़ित बच्चों में ये टीलोमीयर्स काफी तेजी से छोटे होते हैं. जिससे उनकी उम्र अपनी वास्तविक आयु से कई साल ज्यादा नजर आती है.
वीडियो: क्या है प्रोजेरिया...?
अमिताभ बच्चन ने फिल्म ‘पा’ में प्रोजेरिया पीड़ित बच्चे का किरदार निभाया था. इस आनुवांशिक बीमारी में शरीर बूढ़ा होने लगता है. इससे पीड़ित अधिकतर बच्चों की उम्र 13 साल से ज्यादा नहीं होती है. हालांकि यह दुर्लभ बीमारी है, जो 40 लाख बच्चों में से किसी एक को होती है. जीन में गड़बड़ी पर कोशिकाओं द्वारा ‘प्रोजेरिन’ प्रोटीन का अवशोषण करने पर होती है.
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शोध टीम में शामिल जॉन पी. कुक ने बताया, हम इस अध्ययन से पीड़ित बच्चों को सामान्य जिंदगी देने की कोशिश कर रहे हैं. अगर हम उनकी कोशिकाओं के कार्य में बदलाव कर सकें तो ऐसे बच्चों को दोबारा लंबी उम्र दिया जाना संभव हो सकेगा. उन्होंने कहा कि हमारा पूरा ध्यान कोशिकाओं में पाए जाने वाले ‘टीलोमीयर्स’ पर है. ये प्रत्येक गुणसूत्र के नोक पर स्थित होते हैं, जो गुणसूत्रों को जोड़े रखते हैं. जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है,
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ये टीलोमीयर्स छोटे होते जाते हैं. प्रोजेरिया से पीड़ित बच्चों में ये टीलोमीयर्स काफी तेजी से छोटे होते हैं. जिससे उनकी उम्र अपनी वास्तविक आयु से कई साल ज्यादा नजर आती है.
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अमिताभ बच्चन ने फिल्म ‘पा’ में प्रोजेरिया पीड़ित बच्चे का किरदार निभाया था. इस आनुवांशिक बीमारी में शरीर बूढ़ा होने लगता है. इससे पीड़ित अधिकतर बच्चों की उम्र 13 साल से ज्यादा नहीं होती है. हालांकि यह दुर्लभ बीमारी है, जो 40 लाख बच्चों में से किसी एक को होती है. जीन में गड़बड़ी पर कोशिकाओं द्वारा ‘प्रोजेरिन’ प्रोटीन का अवशोषण करने पर होती है.
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