प्रतीकात्मक तस्वीर...
वाशिंगटन:
ऐसा माना जा रहा है कि पाकिस्तान में पूर्व सीआईए स्टेशन चीफ को आईएसआई द्वारा जहर दिया गया था। सीआईए के पूर्व प्रमुख मार्क केल्टन ने मई 2011 में उस छापेमारी का नेतृत्व किया था, जिसमें अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन मारा गया था।
लादेन के परिसर में छापेमारी के बाद हुआ था स्वास्थ्य खराब
मार्क केल्टन को एबटाबाद में बिन लादेन के परिसर में छापेमारी के दो महीने के बाद स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के तहत इस्लामाबाद से हटाया गया था।
अधिकारियों को शक, केल्टन की अचानक बीमारी के पीछे ISI का हाथ
'वाशिंगटन पोस्ट' ने एक विशेष खोजी रिपोर्ट में कहा, 'मार्क केल्टन सीआईए से सेवानिवृत्त हैं और पेट की सर्जरी के बाद से उनके स्वास्थ्य में सुधार हुआ है, लेकिन एजेंसी के अधिकारियों का यह सोचना है कि भले ही यह प्रमाणिक नहीं है, लेकिन यह संभव है कि केल्टन की अचानक बीमारी के पीछे आईएसआई के नाम से जानी जाने वाली पाकिस्तान की इंटर सर्विस इंटेलिजेंस एजेंसी का किसी न किसी तरह से हाथ है।' यहां पाकिस्तानी दूतावास के एक प्रवक्ता ने इस रिपोर्ट को मनगढ़ंत बताया है।
केल्टन पहले शख्स नहीं, जिन्हें जहर दिए जाने का शक हुआ
'द पोस्ट' के अनुसार केल्टन ने बार-बार अनुरोध किए जाने के बावजूद साक्षात्कार देने से इनकार कर दिया, लेकिन उन्होंने फोन पर बातचीत में कहा कि उनकी बीमारी के कारण का 'कभी स्पष्ट पता नहीं चल पाया।' उन्होंने कहा कि वह पहले व्यक्ति नहीं हैं, जिन्हें इस बात का शक हुआ है कि उन्हें जहर दिया गया।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
लादेन के परिसर में छापेमारी के बाद हुआ था स्वास्थ्य खराब
मार्क केल्टन को एबटाबाद में बिन लादेन के परिसर में छापेमारी के दो महीने के बाद स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के तहत इस्लामाबाद से हटाया गया था।
अधिकारियों को शक, केल्टन की अचानक बीमारी के पीछे ISI का हाथ
'वाशिंगटन पोस्ट' ने एक विशेष खोजी रिपोर्ट में कहा, 'मार्क केल्टन सीआईए से सेवानिवृत्त हैं और पेट की सर्जरी के बाद से उनके स्वास्थ्य में सुधार हुआ है, लेकिन एजेंसी के अधिकारियों का यह सोचना है कि भले ही यह प्रमाणिक नहीं है, लेकिन यह संभव है कि केल्टन की अचानक बीमारी के पीछे आईएसआई के नाम से जानी जाने वाली पाकिस्तान की इंटर सर्विस इंटेलिजेंस एजेंसी का किसी न किसी तरह से हाथ है।' यहां पाकिस्तानी दूतावास के एक प्रवक्ता ने इस रिपोर्ट को मनगढ़ंत बताया है।
केल्टन पहले शख्स नहीं, जिन्हें जहर दिए जाने का शक हुआ
'द पोस्ट' के अनुसार केल्टन ने बार-बार अनुरोध किए जाने के बावजूद साक्षात्कार देने से इनकार कर दिया, लेकिन उन्होंने फोन पर बातचीत में कहा कि उनकी बीमारी के कारण का 'कभी स्पष्ट पता नहीं चल पाया।' उन्होंने कहा कि वह पहले व्यक्ति नहीं हैं, जिन्हें इस बात का शक हुआ है कि उन्हें जहर दिया गया।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)