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This Article is From Nov 26, 2016

फिदेल कास्त्रो का 90 साल की उम्र में निधन, क्यूबा में कम्युनिस्ट क्रांति के थे जनक

फिदेल कास्त्रो का 90 साल की उम्र में निधन, क्यूबा में कम्युनिस्ट क्रांति के थे जनक
फिदेल कास्त्रो को क्यूबा में कम्युनिस्ट क्रांति का जनक माना जाता है (फाइल फोटो)
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Summary is AI generated, newsroom reviewed.
फिदेल कास्त्रो का 90 वर्ष की उम्र में राजधानी हवाना में निधन हो गया
क्यूबा में क्रांति के जनक और पूर्व राष्ट्रपति रह चुके हैं फिदेल
फिदेल के भाई एवं मौजूदा राष्ट्रपति राउल कास्त्रो ने ट्वीट कर जानकारी दी
हवाना: क्यूबा के महान क्रांतिकारी और पूर्व राष्ट्रपति फिदेल कास्त्रो का 90 वर्ष की उम्र में राजधानी हवाना में निधन हो गया. क्यूबा में मौजूदा राष्ट्रपति एवं फिदेल के भाई राउल कास्त्रो ने ट्वीट कर यह जानकारी दी.

राष्ट्रपति राउल ने सरकारी टेलीवीजन पर दुनिया के महान क्रांतिकारी में शुमार फिदेल के निधन की घोषणा करते हुए कहा, 'क्यूबा क्रांति के कमांडर का आज शाम 22.29 पर निधन हो गया.'

फिदेल अप्रैल महीने से सार्वजनिक रूप से नहीं दिखे थे. उनके बारे में बताया जाता था कि वह हाल के वर्षों में आंत की बीमारी से पीड़ित थे, लेकिन उनकी सेहत के बारे में आधिकारिक तौर पर गोपनीयता रखी जा रही थी.

(पढ़ें- फिदेल कास्त्रो, जिनकी CIA ने 600 से ज्यादा बार 'हत्या' करने की कोशिश की)

कास्त्रो ने अप्रैल में देश की कम्युनिस्ट पार्टी की कांग्रेस को अंतिम दिन संबोधित किया था. उन्होंने माना था कि उनकी उम्र बढ़ रही है, लेकिन उन्होंने कहा था कि कम्युनिस्ट अवधारणा आज भी वैध है और क्यबा के लोग 'विजयी होंगे.' उन्होंने अपने संबोधन में कहा था, 'मैं जल्द ही 90 साल का हो जाऊंगा, जिसकी कल्पना मैंने कभी नहीं की थी. जल्द ही मैं अन्य लोगों की तरह हो जाऊंगा, लेकिन हम सभी की बारी जरूर आनी चाहिए.'

(पढ़ें- कास्त्रो की कही 10 खास पंक्तियां)

13 अगस्त, 1926 को जन्मे कास्त्रो को क्यूबा में कम्युनिस्ट क्रांति का जनक माना जाता है. उन्हें अमेरिका समर्थित फुल्गेंकियो बतिस्ता प्रशासन के खिलाफ असफल विद्रोह की अगुवाई करने के लिए 1953 में कैद कर लिया गया था, लेकिन बाद में 1955 में मानवता के आधार पर रिहा कर दिया गया.

कास्त्रो ने बतिस्ता की तानाशाह सरकार को उखाड़ फेंकने के बाद 49 साल तक क्यूबा में शासन किया. वह फरवरी 1959 से दिसंबर 1976 तक क्यूबा के प्रधानमंत्री और फिर फरवरी 2008 तक राष्ट्रपति रहे. इसके बाद उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया और उनके भाई राउल कास्त्रो को यह पदभार मिला.

कास्त्रो के समर्थक उन्हें एक ऐसा शख्स बताते हैं, जिन्होंने क्यूबा को वापस यहां के लोगों के हाथों में सौंप दिया. लेकिन विरोधी उन पर लगातार विपक्ष को बर्बरतापूर्वक कुचलने का आरोप लगाते रहे.

फिदेल कास्त्रो ने दो शादियां की थी, जिनसे उनके 8 बच्चे हैं. उनका बड़ा बेटा फिदेल कास्त्रो डियाज बलार्ट को उनके पिता की झलक माना जाता है. वह फिदेलितो के नाम से मशहूर हैं और न्यूक्लियर साइंटिस्ट हैं. हवाना की सोशलाइट मिरता डाएज बलार्ट से हुई उनकी बेटी एलीना फर्नांडिस ने अपने मियामी रेडियो प्रोग्राम में खुद फिदेल को क्रिटिसाइज किया था. कास्त्रो की दूसरी पत्नी डालिया सोटो से पांच और बेटे हैं. उन सभी के नाम ए से शुरू होते हैं. छोटा बेटा एंटोनियो नेशनल बेसबॉल टीम का डॉक्टर है.

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