
टेरर फंडिंग को रोकने के लिए पाकिस्तान को FATF की ओर से फरवरी 2020 तक एक और डेडलाइन दी गई है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक पाकिस्तान से कहा गया है कि उसको चार महीने के समय दिया गया है अगर इस बार वह नाकाम रहा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की होगी. आपको बता दें कि पाकिस्तान को अभी ग्रे लिस्ट में रखा गया है. इसमें उन देशों को रखा गया है जिनके कानून मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी फंडिंग रोकने में कमजोर माने जाते हैं.
अब कई बार चेतावनी के बाद भी पेरिस स्थिति इस संस्था (FATF)की ओर से दिए गए सुझावों पर पाकिस्तान ने अमल नहीं किया है अब इस मामले में पाकिस्तान पर चार महीने बाद निर्णयाक फैसला किया जाएगा. FATF ने पाकिस्तान से साफ कहा है कि फरवरी 2020 तक वह इस ऐक्शन प्लान को पूरा करे. नहीं तो इसके बाद कार्रवाई की जाएगी जिसमें सदस्य देशों से कहा जाएगा वह उसके (पाकिस्तान) के साथ व्यापारिक संबंधों और लेनदेन का विशेष ध्यान रखें.
आपको बता दें कि FATF एक अंतर-सरकारी संस्था है जिसे 1989 में गठित किया गया था. इसका काम मनी लॉन्ड्रिंग, आतंकी फंडिंग और इससे जुड़े तमाम ऐसे मामलों जो अंतरराष्ट्रीय वित्तीय व्यवस्था के लिए खतरा बन सकते हैं, पर लगाम लगाना है.
क्या FATF की ब्लैक लिस्ट में जाएगा पाक?
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