(प्रतीकात्मक तस्वीर)
लंदन:
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा बहुतायत में प्रयोग किए जाने वाले ‘फेक न्यूज’ शब्द को साल का सबसे चर्चित शब्द चुना गया है. इसे यह सम्मान कॉलिन्स शब्दकोश ने दुनियाभर में इसकी पहुंच को देखते हुए दिया है. ब्रिटेन की शब्दकोश तैयार करने वाली इस प्रमुख कंपनी ने पाया कि पिछले 12 महीनों में इस शब्द के उपयोग में 365% की वृद्धि देखी गई. वर्ष 2016 में राष्ट्रपति चुनावों के दौरान मीडिया की पक्षपातपूर्ण कवरेज का प्रतिकार करने के लिए ट्रंप ने इसका लगातार उपयोग किया. ‘फेक न्यूज’ को शब्दकोश ने ‘ समाचार रिपोर्टिंग की आड़ में दी जाने वाले गलत और अक्सर सनसनी से भरी सूचना’ के तौर पर परिभाषित किया है.
इसने ‘ब्रेक्जिट’ को पीछे छोड़ दिया जो पिछले साल सबसे प्रचलित शब्द था. जून 2016 में ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर होने के संदर्भ में जनमत देने के बाद यह सबसे प्रचलित शब्द बन गया था.
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कॉलिन्स में भाषा सामग्री की प्रमुख हेलेन न्यूजटेड ने कहा, ‘फेक न्यूज, चाहें वह किसी बयान में तथ्य के तौर पर या किसी आरोप में प्रयोग हुआ हो लेकिन इस साल वह अपरिहार्य रहा है. इसने समाचार रिपोर्टिंग में समाज के विश्वास को कम करने में अपनी भूमिका निभायी है.’ अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप कुछ मीडिया रपटों की आलोचना करने के लिए इसका नियमित तौर पर उपयोग करते रहते हैं.
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हाल ही में 2016 के चुनावों में रूसी हस्तक्षेप की जांच के संबंध में उन्होंने दावा किया कि ‘फेक न्यूज आज कल समय से ज्यादा काम कर रही है.’ लेकिन अकेले ट्रंप इसका उपयोग करने वाले शख्स नहीं हैं. ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे और विपक्ष के नेता जेरेमी कॉर्बिन भी इसका उपयोग अपने भाषणों में करते रहे है. ‘फेक न्यूज’ के अलावा 2017 में ‘जेंडरफ्लूइड’, ‘फिजेट स्पिनर’, ‘गिग इकोनॉमी’, ‘एंटिफा’ और ‘इको-चैंबर’ इत्यादि प्रचलित शब्द रहे हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इसने ‘ब्रेक्जिट’ को पीछे छोड़ दिया जो पिछले साल सबसे प्रचलित शब्द था. जून 2016 में ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर होने के संदर्भ में जनमत देने के बाद यह सबसे प्रचलित शब्द बन गया था.
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कॉलिन्स में भाषा सामग्री की प्रमुख हेलेन न्यूजटेड ने कहा, ‘फेक न्यूज, चाहें वह किसी बयान में तथ्य के तौर पर या किसी आरोप में प्रयोग हुआ हो लेकिन इस साल वह अपरिहार्य रहा है. इसने समाचार रिपोर्टिंग में समाज के विश्वास को कम करने में अपनी भूमिका निभायी है.’ अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप कुछ मीडिया रपटों की आलोचना करने के लिए इसका नियमित तौर पर उपयोग करते रहते हैं.
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हाल ही में 2016 के चुनावों में रूसी हस्तक्षेप की जांच के संबंध में उन्होंने दावा किया कि ‘फेक न्यूज आज कल समय से ज्यादा काम कर रही है.’ लेकिन अकेले ट्रंप इसका उपयोग करने वाले शख्स नहीं हैं. ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे और विपक्ष के नेता जेरेमी कॉर्बिन भी इसका उपयोग अपने भाषणों में करते रहे है. ‘फेक न्यूज’ के अलावा 2017 में ‘जेंडरफ्लूइड’, ‘फिजेट स्पिनर’, ‘गिग इकोनॉमी’, ‘एंटिफा’ और ‘इको-चैंबर’ इत्यादि प्रचलित शब्द रहे हैं.
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