लेकिन फेसबुक (Facebook) की पेरेंट कंपनी मेटा (Meta) ने बुधवार को कहा कि वो हर्जाने के तौर पर अपने कर्मचारियों को कम से कम चार महीने की अग्रिम तनख्वाह देगी. यह इस साल के सबसे बड़ी टेक छंटनियां (biggest tech layoffs) हैं. कंपनी बढ़ती कीमतों और कमजोर विज्ञापन मार्केट से जूझ रही है और अब मेटा ने अपने कर्मचारियों को कम करने की योजना बनाई है.
मार्क ज़करबर्ग ने अपने संदेश में कहा, " हम निकाले जा रहे कर्मचारियों को 16 हफ्तों की बेसिक तनख्वाह देंगे.
छंटनी किए जा रहे कर्मचारियों की हर साल की सेवा में दो अतिरिक्त हफ्ते जोड़े जाएंगे. जिस पर कोई ऊपरी सीमा नहीं होगी.
ज़करबर्ग ने कहा कि कंपनी अपने कर्मचारियों को पूरी बची हुई PTO ( पेड टाइम ऑफ) की रकम देगी.
अगले छ महीने तक निकाले जा रहे कर्मचारियों और उनके परिवारों के स्वास्थ्य का खर्चा मेटा उठाएगी.
मार्क ज़ुकरबर्ग ने कहा, हम एक्सर्टनल वेंडर के ज़रिए तीन महीनों का करियर सपोर्ट देंगे जिसमें अप्रकाशित नौकरियों तक उनके लिए आसान और पहले पहुंच बनेगी.
जक़रबर्ग ने कहा, "मैं जानता हूं कि यह आपके लिए मुश्किल है, खास तौर से अगर आप वीज़ा पर यहां हैं. सेवा समाप्त होने से पहले एक नोटिस पीरियड है और कुछ वीज़ा ग्रेस समयसीमा भी है."
इसका मतलब है कि फेसबुक कर्मचारियों के पास उनके इमीग्रेशन स्टेटस के ज़रिए काम करने और आगे की योजना बनाने का समय रहेगा. ज़करबर्ग ने कहा, "हमारे पास खास इसी काम के लिए इमीग्रेशन स्पेशलिस्ट हैं जो आपको आपके और आपके परिवार की ज़रूरत के अनुसार रास्ता ढूंढने में मदद करेंगे. "
मेटा ने अक्टूबर में एक कमजोर छुट्टी के दिनों वाली तिमाही की पूर्वघोषणा की थी और कहा था कि अगले साल कीमत और बढ़ जाएगी, जिससे कंपनी के स्टॉक से $67 बिलियन और कम हो जाएंगे. यह इस साल कंपनी के गंवाए आधे ट्रिलियन डॉलर की वैल्यू में और जुड़ जाएंगे.
मेटा को टिकटॉक से बड़ी प्रतियोगिता झेलनी पड़ रही है और एपल ने प्राइवेसी बदलाव किए हैं.साथ ही फेसबुक के मेटावर्स पर खर्च को लेकर भी चिंताएं हैं.
मार्क ज़करबर्ग ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि मेटावर्स पर किया गया निवेश अगले दशक में मुनाफा देगा. लेकिन इस बीच उन्हें नई नौकरियां देना बंद करना होगा, कई प्रोजेक्ट बंद करने होंगे और लागत घटाने के लिए टीम्स का आकार कम करना होगा.