सोशल मीडिया के किसी भी मंच का आपने भले ही कभी इस्तेमाल नहीं किया हो या अपना अकाउंट डिलीट कर चुके हों बावजूद इसके फेसबुक (Facebook) और ट्विटर (Twitter) पर आपकी निजता खतरे में पड़ सकती है. अमेरिका के वर्मोंट विश्वविद्यालय और ऑस्ट्रेलिया के एडीलेड विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने कहा कि व्यक्तिगत पसंद को लंबे समय से ऑनलाइन निजता का मूलभूत सिद्धांत माना जाता रहा है.
हालांकि अध्ययन दर्शाता है कि अगर कोई व्यक्ति सोशल मीडिया से हट जाता है या कभी सोशल मीडिया पर रहा ही नहीं हो, लेकिन उनके दोस्तों के ऑनलाइन पोस्ट या शब्द उस व्यक्ति के डेटा को सामने रखे बिना भी 95 प्रतिशत तक की सटीकता से उनके बारे में पूर्वानुमान लगाने में मदद कर सकते हैं.
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इन निष्कर्षों तक पहुंचने के लिए अध्ययन में 13,905 उपयोगकर्ताओं के ट्विटर पर की गई तीन करोड़ सार्वजनिक पोस्ट देखी गई. यह अध्ययन नेचर ह्यूमन बिहेवियर पत्रिका में प्रकाशित हुआ है.
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