मिस्र के अपदस्थ राष्ट्रपति मोहम्मद मोर्सी को कतर को राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी दस्तावेज लीक करने के मामले में फांसी की सजा हो सकती है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, "सरकारी अभियोजक ने मोर्सी के खिलाफ कई गंभीर आरोपों के साथ अभियोग लगाए हैं, जिनमें मौत की सजा हो सकती है।"
मोर्सी तथा 10 अन्य पर कतर की खुफिया एजेंसी और दोहा स्थित अल-जजीरा समाचार चैनल को अंतर्राष्ट्रीय संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड के आदेश पर राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित फाइलें देने के लिए मुकदमा चलेगा।
मिस्र में साल 2013 के मध्य में मोर्सी के शासन के खिलाफ प्रदर्शन के बाद सेना ने उनकी सरकार गिरा दी थी, जिसके बाद से मिस्र और कतर के संबंध तनावपूर्ण हैं।
कतर मोर्सी की मुस्लिम ब्रदरहुड पार्टी का एक प्रमुख सहयोगी है, जिसे मिस्र की सरकार ने दिसंबर 2013 में आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया है।
मोर्सी पर फिलहाल तीन अन्य मामलों में मुकदमा चल रहा है, जिनमें प्रदर्शनकारियों के लिए दमनात्मक कार्रवाई, विदेशी संगठनों के साथ साजिश करने और 2011 में राष्ट्रपति होस्नी मुबारक को अपदस्थ करने के लिए हुए प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में जेल से कैदियों के भागने का मामला शामिल है।
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