नई दिल्ली:
भारत ने कहा कि अगर हालात के मद्देनजर जरूरी हुआ तो हिंसाग्रस्त मिस्र से और भी भारतीयों को सुरक्षित निकाल लिया जाएगा। भारत ने मिस्र में मीडिया को मिल रही धमकियों और उसके समक्ष मौजूद खतरे को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। विदेश सचिव निरुपमा राव ने कहा कि मिस्र में मौजूद भारतीय मीडिया को वहां के दूतावास से सतत संपर्क में रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि काहिरा स्थित हमारा दूतावास और राजदूत अधिक घंटों तक काम कर रहे हैं ताकि देश के मीडिया की जरूरतों पर ध्यान दे सकें और किसी भी तरह की मदद के अनुरोध पर प्रतिक्रिया दे सकें। निरुपमा ने कहा कि काहिरा और अलेक्सेंड्रिया सहित पूरे मिस्र में करीब 3,600 भारतीय नागरिक रह रहे हैं। उन्होंने कहा, वहां रह रहे और वहां कार्यरत हमारे नागरिकों, मीडिया और विद्यार्थियों की सुरक्षा शीर्ष प्राथमिकता है। निरुपमा ने कहा कि मिस्र स्थित भारतीय मिशन देश के समुदाय से सतत संपर्क में है जिसमें अल-अजहर विश्वविद्यालय के 1,037 विद्यार्थी शामिल हैं। सभी विद्यार्थी सुरक्षित हैं। विदेश सचिव ने कहा, हमने हाल ही में 500 लोगों को वहां से सुरक्षित निकाला है। अगर हालात के मद्देनजर जरूरी हुआ तो हम और भी लोगों को वहां से लाने की व्यवस्था करेंगे। फिलहाल इस बारे में विचार नहीं किया जा रहा है लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि वहां कैसी स्थिति निर्मित होती है।
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