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This Article is From Apr 11, 2012

इंडोनेशिया में भूकंप, भारत ने सुनामी एलर्ट वापस लिया

जकार्ता: इंडोनेशिया में बुधवार को भूकम्प के दो तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इनकी तीव्रता 8.5 और 8.2 मापी गई। इसका केंद्र उत्तरी सुमात्रा का पश्चिमी तट था। भारत के पूर्वी तटवर्ती इलाकों में भी भूकम्प के हल्के झटके महसूस किए गए। फिलहाल किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है।

भूकम्प के बाद इंडोनेशिया और भारत सहित दुनिया के 28 देशों में सुनामी की चेतावनी जारी की गई। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में सुनामी का कोई खतरा नहीं है। मछुआरों को फिर भी समुद्र में नहीं उतरने की सलाह दी गई।

भूकम्प के बाद देश या दुनिया के अन्य हिस्सों से हालांकि जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है, लेकिन इससे सामान्य जनजीवन कई शहरों में प्रभावित हुआ। गुवाहाटी, कोलकात, चेन्नई और कोच्चि में हजारों लोग इमारतों से बाहर निकलकर सड़कों पर आ गए। भूकम्प के झटके करीब 30 सेकंड तक महसूस किए गए।

कोलकाता में भूकम्प के झटके के बाद दोपहर दो बजकर 40 मिनट पर मेट्रो सेवा बाधित हो गई। पार्क स्ट्रीट पर कई भवनों में दरार आने की सूचना है।

कर्नाटक में भी 10-15 सेकंड तक भूकम्प के हल्के झटके महसूस किए गए। भूकम्प के बाद सुनामी की आशंका जारी की गई, लेकिन राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष वी. शशिधर रेड्डी ने नई दिल्ली में इसे खारिज करते हुए कहा, "शुरुआत में सुनामी का खतरा मालूम हो रहा था, लेकिन अब ऐसा नहीं है। अलर्ट एहतियात के तौर पर जारी किया गया था।"

'बीबीसी' के अनुसार, अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण से जुड़े ब्रश प्रेसग्रेव ने भी कहा कि सुनामी का खतरा बहुत कम है। उनके अनुसार, भूकम्प की प्रकृति को देखते हुए नहीं लगता कि इससे सुनामी का खतरा होगा।

उन्होंने बताया कि पृथ्वी क्षतिज दिशा में घूमती है, न कि ऊर्ध्वाकार दिशा और इसलिए सुनामी का खतरा कम है। इसकी आशंका हालांकि पूरी तरह खारिज नहीं की जा सकती।

भारतीय विशेषज्ञों ने हालांकि सुनामी के खतरे को खारिज किया है, लेकिन मछुआरों को समुद्र में नहीं उतरने की सलाह दी गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह की सरकार और सभी पूर्वी तटीय राज्यों से कहा है कि वे 'तटीय अलर्ट' जारी करें।

मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "राज्यों से कहा गया है कि वे मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दें। अंडमान प्रशासन ने एहतियात के तौर पर निकोबार की तरफ से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।"

चेन्नई में 16 जहाजों को तत्काल तट छोड़ने के लिए कहा गया है। एहतियातन बंदरगाह बंद कर दिए गए हैं, जबकि समुद्र तटों को खाली करा लिया गया है।

केरल सरकार ने भी जिला अधिकारियों से कहा है कि वे खासकर मछुआरों को चेतावनी व सलाह जारी करें।

ओडिशा में सभी तटीय जिलों को सुनामी को लेकर अलर्ट रहने को कहा गया है।

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. किरण कुमार रेड्डी ने राज्य के सभी नौ तटीय जिलों को सावधानी के तौर पर आवश्यक कदम उठाने और जरूरत पड़ने पर सेना तथा नौ सैनिकों की मदद लेने के निर्देश दिए हैं।

निचले व तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों से अपील की गई है कि वे सुरक्षित स्थानों की ओर प्रस्थान करें।

भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, इंडोनेशिया में दोपहर दो बजकर आठ मिनट पर भूकम्प के झटके महसूस किए गए। भारतीय मौसम विभाग ने इंडोनेशिया में भूकम्प की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 8.5 मापी है, जबकि अमेरिकी भूगर्भ सर्वे ने इसे 8.6 बताया है।

भूकम्प के बाद सुनामी की चेतावनी भारत व इंडोनेशिया के अतिरिक्त श्रीलंका, आस्ट्रेलिया, म्यांमार, थाईलैंड, मालदीव, ब्रिटेन, मलेशिया, मॉरीशस, सेशल्स, पाकिस्तान, सोमालिया, ओमान, मेडागास्कर, ईरान, संयुक्त अरब अमीरात, यमन, बांग्लादेश, तंजानिया, मोजाम्बिक, केन्या, दक्षिण अफ्रीका और सिंगापुर के लिए जारी की गई।

तमिलनाडु के परमाणु संयंत्रों में हाई अलर्ट
 इंडोनेशिया में भूकम्प के बाद तमिलनाडु के कुडनकुलम और कलपक्कम परमाणु संयंत्रों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। तिरुनेलवेली में कुडनकुलम परमाणु बिजली परियोजना के अधिकारियों ने कहा कि हैदराबाद के इंडियन नेशनल सेंटर फॉर ओशन इंफोर्मेशन सर्विसेज से चेतावनी की सूचना आने के बाद उन्हें अलर्ट जारी किया गया।

भारतीय परमाणु बिजली निगम लिमिटेड (एनपीसीआईएल) के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, "हमारे अधिकारी सतर्क हैं। हम यह जांच कर रहे हैं कि तट के निकट कोई काम तो नहीं चल रहा है।"

एनसीआईएल तिरुनेलवेली जिले के कुडनकुलम में 1000 मेगावाट की दो परमाणु बिजली परियोजना का निर्माण कर रही है।

कलपक्कम में भी ऐसी ही स्थिति थी, जहां एनपीसीआईएल का मद्रास परमाणु बिजली घर (मैप्स) स्थित है। मैप्स के स्टेशन निदेशक के. राममूर्ति ने आईएएनएस से कहा, "बिना रुकावट के काम जारी है, हालांकि हम सतर्क हैं।"

आपदा से निपटने के लिए सेना तैयार
इंडोनेशिया में भूकम्प के बाद तटीय राज्यों में सुनामी की चेतावनी के मद्देनजर किसी भी आपात परिस्थति से निपटने के लिए वायु सेना और नौ सेना की टीम को तैयार रखा गया है।

अधिकारियों के अनुसार, वायु सेना ने दो हरक्यूलस सी-130जे परिवहन विमान को हिंडन हवाई पट्टी से अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में पोर्ट ब्लेयर के नजदीक रवाना किया है। इसमें राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) की दो टीम होगी।

इसके अतिरिक्त आईएल-76 मालवाहक विमान को भी चण्डीगढ़ से चेन्नई उड़ान के लिए तैयार रखा गया है। इसमें यदि आवश्यकता हुई तो एनडीआरएफ की छह टीम को तमिलनाडु ले जाया जाएगा।

वायु सेना ने तिरुवनंतपुरम में दक्षिणी कमांड और पोर्ट ब्लेयर में त्रि-स्तरीय कमांड को भी सचेत कर दिया है। सुनामी की स्थिति में राहत एवं बचाव कार्य के लिए डॉर्नियर एवं एएन32 विमानों को तैनात रखा गया है।

अधिकारियों के अनुसार, विशाखापत्तनम में पूर्वी नौसेना कमांड भी अलर्ट पर है। किसी भी तरह की आपदा से निपटने के लिए नौसेना के जहाज राहत सामग्रियों से लदे हैं।

(इनपुट आईएएनएस से भी)

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