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आज अमेरिका के लिए महान दिन... FBI चीफ के इस्तीफे पर ट्रंप ने निकाली दिल की भड़ास, काश पटेल की ठोकी पीठ

एफबीआई निदेशक क्रिस्टोफर रे ने बुधवार को घोषणा की कि वह डोनाल्ड ट्रंप के पदभार ग्रहण करने से पहले जनवरी में इस्तीफा दे देंगे.

आज अमेरिका के लिए महान दिन... FBI चीफ के इस्तीफे पर ट्रंप ने निकाली दिल की भड़ास, काश पटेल की ठोकी पीठ
वाशिंगटन:

अमेरिका में राष्ट्रपति की कुर्सी संभालने जा रहे डोनाल्ड ट्रंप ने खुफिया एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI)  की अगुवाई के लिए काश पटेल को सही चुनाव बताया. ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लटेफॉर्म एक्स पर लिखा कि FBI का नेतृत्व करने के लिए काश पटेल सबसे योग्य शख्स हैं. वह देश में कानून-व्यवस्था और न्याय को जल्द वापस आएंगे. ट्रंप ने इसके साथ ही क्रिस्टोफर रे के इस्तीफे को अमेरिका के लिए महान दिन बताया. उन्होंने रे को लेकर अपने दिल की भड़ास भी निकाली और कहा कि उनके नेतृत्व में FBI ने गैरकानूनी तरीके से उन पर छापे की कार्रवाई की थी. इससे पहले इस्तीफा देते हुए रे ने कहा कि वह FBI को और अधिक सियासी विवाद में घसीटने से बचाना चाहते हैं. उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि एजेंसी निष्पक्षता और राजनीति से ऊपर उठकर काम करेगी. FBI निदेशक के इस्तीफे पर अमेरिका के अटॉर्नी जनरल मैरिक गारलैंड की भी बयान आया है. उन्होंने रे के नेतृत्व की तारीफ की. गारलैंड ने FBI की स्वतंत्रता को बनाए रखने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि FBI का स्वतंत्रता से काम करना न्यायिक प्रक्रिया और अमेरिकी स्वतंत्रता की रक्षा के लिए जरूरी है. बता दें कि ट्रंप ने रे की जगह काश पटेल को FBI का बॉस नामित किया है. पटेल ट्रंप के करीबी सलाहकार रहे हैं. ट्रंप ने पटेल को FBI का सबसे योग्य उम्मीदवार बताया और कहा कि वह कानून, व्यवस्था, और न्याय को वापस लाएंगे.     

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ट्रंप ने काश पटेल की तारीफ में क्या कहा

इसी के साथ डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वे भी इन बदलावों को उतना ही देखना चाहते हैं जितना मैं चाहता हूं, लेकिन सबसे जरूरी बात यह है कि अमेरिकी लोग एक मजबूत, लेकिन निष्पक्ष न्याय प्रणाली की मांग कर रहे हैं. हम अपनी FBI को वापस चाहते हैं, और अब ऐसा होगा. मैं काश पटेल का इंतजार कर रहा हूं, ताकि FBI को फिर से महान बनाने के लिए काम शुरू हो सके. 

कौन हैं काश पटेल? 

काश पटेल मूल रूप से गुजराती मूल के हैं. हालांकि उनका जन्म अमेरिका में ही हुआ था. कानून की पढ़ाई के बाद उन्होंने वकील के रूप में अपना करियर शुरू किया था. 44 साल के काश पटेल का पूरा नाम कश्यप प्रमोद पटेल है. हाउस इंटेलिजेंस कमेटी के स्टाफ के तौर पर भी वो काम कर चुके हैं. डोनाल्ड ट्रंप के पहले कार्यकाल में भी उन्हें कई जिम्मेदारी मिली थी. रक्षा विभाग में चीफ ऑफ स्टाफ के पद पर वो कार्य कर चुके थे. पटेल कई विवादों में भी रह चुके हैं. उन पर आरोप लगे थे कि उन्होंने ट्रंप प्रशासन के राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए अपने पद का गलत उपयोग किया था. 

क्रिस्टोफर रे का इस्तीफे का ऐलान

इससे पहले एफबीआई निदेशक क्रिस्टोफर रे ने बुधवार को घोषणा की कि वह डोनाल्ड ट्रंप के शपथ लेने से पहले जनवरी में इस्तीफा दे देंगे. एफबीआई द्वारा जारी की गई टिप्पणियों में रे ने ब्यूरो के कर्मचारियों से कहा, "सप्ताह भर के विचार के बाद, मैंने ये फैसला किया है कि ब्यूरो के लिए सही यहा है कि मैं जनवरी में वर्तमान प्रशासन के अंत तक अपनी सेवाएं दूं और फिर पद को छोड़ दूं."  ट्रंप को 20 जनवरी को राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेनी है. उन्होंने शीर्ष अमेरिकी कानून प्रवर्तन एजेंसी के प्रमुख के रूप में रे की जगह अपने करीबी और वफादार काश पटेल के नामांकन की घोषणा की है.क्रिस्टोफर रे के इस्तीफे पर ट्रंप ने खुशी जताई है.

रे के इस्तीफे के ऐलान को ट्रंप ने बताया महान दिन

क्रिस्टोफर रे का इस्तीफा अमेरिका के लिए एक महान दिन है, क्योंकि इससे अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ इन्जस्टिस के रूप में जाने जाने वाले वैपेनाइजेशन का अंत हो जाएगा. अब हम सभी अमेरिकियों के लिए कानूनी शासन बहाल करेंगे. रे के नेतृत्व में, FBI ने बिना किसी कारण के मेरे घर पर अवैध रूप से छापा मारा, मुझ पर अवैध रूप से महाभियोग चलाने और अभियोग लगाने के लिए शिद्दत से काम किया. साथ ही अमेरिका के भविष्य में बाधा डालने के लिए हर संभव प्रयास किया. उन्होंने अपनी शक्तियों का इस्तेमाल कई निर्दोषों को धमकाने के लिए किया है, जिनमें से कुछ लोग कभी नहीं उबर पाएंगे.

रे इस्तीफे का ऐलान करते हुए क्या बोले

हालांकि अभी रे के 10 साल के कार्यकाल में तीन साल का समय और बचा है. लेकिन जैसे ही ट्रंप ने काश पटेल को एफबीआई का नया निदेशक बनाने का एलान किया उससे इस बात की चर्चा तेज हो गई थी कि क्रिस्टोफर रे समय से पहले इस्तीफा दे सकते हैं. रे ने एफबीआई को अपनी टिप्पणी में कहा कि पद छोड़ना ब्यूरो को और अधिक विवाद में घसीटने से बचने का सबसे अच्छा तरीका है, साथ ही उन मूल्यों और सिद्धांतों को मजबूत करना है जो हमारे काम करने के तरीके के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं.

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