बगदाद:
आईएसआईएस के सरगना अबू बकर अल-बगदादी ने अपने लड़ाकों से मोसुल शहर में टिके रहकर लड़ने का आह्वान किया है, क्योंकि इराकी फौजें मोसुल में घुसने की तैयारी कर चुकी हैं, जहां दो साल पहले अल-बगदादी ने 'खिलाफत' की घोषणा की थी.
आईएसआईएस से जुड़े अल-फुरकान मीडिया द्वारा गुरुवार सुबह जारी किए गए एक ऑडियो संदेश में एक आवाज़ सुनाई देती है 'पीछे मत हटो', जो अबू बकर अल-बगदादी की आवाज़ कहकर पेश की गई है.
एक साल से भी ज़्यादा वक्त के बाद जारी किए गए संदेश में वह कहता है, "शर्मनाक तरीके से पीछे हट जाने के मुकाबले सम्मान के साथ अपनी जगह डटे रहना हज़ार गुणा आसान है..."
उत्तरी इराक प्रांत, जिसकी राजधानी मोसुल है, के बारे में बात करते हुए अबू बकर अल-बगदादी कहता है, "निनेवे के सभी लोगों, खासतौर से लड़ाकों, दुश्मन का सामना करने में किसी भी कमज़ोरी से बचकर रहो..."
अबू बकर अल-बगदादी की सेहत को लेकर बहुत-सी अफवाहें फैलती रही हैं, और उसके ठिकाने के बारे में कोई साफ जानकारी मौजूद नहीं है.
जून, 2014 में जिहादी लड़ाकों द्वारा इराक के कुछ इलाके पर कब्ज़ा कर लेने के बाद अबू बकर अल-बगदादी सार्वजनिक रूप से मोसुल में दिखाई दिया था, और वहां उसने इराक और सीरिया में इस्लामिक 'राज्य' की स्थापना की घोषणा की थी.
पिछले साल से इस 'खिलाफत' का इलाका लगातार घटना शुरू हो गया था, और इसी हफ्ते की शुरुआत में इराकी फौजें मोसुल तक पहुंच गईं, जो जिहादियों का आखिरी गढ़ है.
अमेरिका के नेतृत्व में गठबंधन फौजों का अंदाज़ा है कि शहर में 3,000 से 5,000 आईएसआईएस लड़ाके मौजूद हैं. 17 अक्टूबर से हज़ारों इराकी फौजियों ने अमेरिका-नीत गठबंधन सेना और उनके लड़ाकू विमानों की मदद से मोसुल पर व्यापक हमला शुरू किया था.
आईएसआईएस से जुड़े अल-फुरकान मीडिया द्वारा गुरुवार सुबह जारी किए गए एक ऑडियो संदेश में एक आवाज़ सुनाई देती है 'पीछे मत हटो', जो अबू बकर अल-बगदादी की आवाज़ कहकर पेश की गई है.
एक साल से भी ज़्यादा वक्त के बाद जारी किए गए संदेश में वह कहता है, "शर्मनाक तरीके से पीछे हट जाने के मुकाबले सम्मान के साथ अपनी जगह डटे रहना हज़ार गुणा आसान है..."
उत्तरी इराक प्रांत, जिसकी राजधानी मोसुल है, के बारे में बात करते हुए अबू बकर अल-बगदादी कहता है, "निनेवे के सभी लोगों, खासतौर से लड़ाकों, दुश्मन का सामना करने में किसी भी कमज़ोरी से बचकर रहो..."
अबू बकर अल-बगदादी की सेहत को लेकर बहुत-सी अफवाहें फैलती रही हैं, और उसके ठिकाने के बारे में कोई साफ जानकारी मौजूद नहीं है.
जून, 2014 में जिहादी लड़ाकों द्वारा इराक के कुछ इलाके पर कब्ज़ा कर लेने के बाद अबू बकर अल-बगदादी सार्वजनिक रूप से मोसुल में दिखाई दिया था, और वहां उसने इराक और सीरिया में इस्लामिक 'राज्य' की स्थापना की घोषणा की थी.
पिछले साल से इस 'खिलाफत' का इलाका लगातार घटना शुरू हो गया था, और इसी हफ्ते की शुरुआत में इराकी फौजें मोसुल तक पहुंच गईं, जो जिहादियों का आखिरी गढ़ है.
अमेरिका के नेतृत्व में गठबंधन फौजों का अंदाज़ा है कि शहर में 3,000 से 5,000 आईएसआईएस लड़ाके मौजूद हैं. 17 अक्टूबर से हज़ारों इराकी फौजियों ने अमेरिका-नीत गठबंधन सेना और उनके लड़ाकू विमानों की मदद से मोसुल पर व्यापक हमला शुरू किया था.
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