फिलाडेल्फिया:
पोलियो को जड़ से खत्म करने वाली वैक्सीन का इजाद करने वाले महान वैज्ञानिक हिलैरी कोप्रोव्स्की का देहांत हो गया। वह 96 वर्ष के थे। कोप्रोव्स्की द्वारा पीने वाली पोलियो वैक्सीन की खोज करने के दो वर्ष बाद वैज्ञानिक जोनास सॉक ने पोलियो वैक्सीन के इंजेक्शन की खोज की थी।
एक समाचार पत्र के अनुसार कोप्रोव्स्की ने जीवित पोलियो विषाणु का प्रयोग कर पोलियो वैक्सीन को विकसित किया था जिसे मनुष्य पर पहली बार 1950 में प्रयोग किया गया।
समाचार पत्र ने कोप्रोव्स्की के पुत्र क्रिस्टोफर के हवाले से कहा है कि उनके पिता द्वारा इजाद की गई वैक्सीन पहली दवा है जिसे पोलियो पर नियंत्रण पाने में सफलता मिली। इसके बाद ही सॉक ने पोलियो वैक्सीन के इंजेक्शन की खोज की तथा वैज्ञानिक एल्बर्ट साबिन को पहली बार अमेरिका में पोलियो वैक्सीन के लिए लाइसेंस प्रदान किया गया।
कोप्रोव्स्की के पुत्र ने कहा कि लेकिन उनके पिता अपने शोधकर्ता साथियों को मिली लोकप्रियता की अपेक्षा अपनी खोज को मिली वैज्ञानिक मान्यता से ही काफी खुश थे।
एक समाचार पत्र के अनुसार कोप्रोव्स्की ने जीवित पोलियो विषाणु का प्रयोग कर पोलियो वैक्सीन को विकसित किया था जिसे मनुष्य पर पहली बार 1950 में प्रयोग किया गया।
समाचार पत्र ने कोप्रोव्स्की के पुत्र क्रिस्टोफर के हवाले से कहा है कि उनके पिता द्वारा इजाद की गई वैक्सीन पहली दवा है जिसे पोलियो पर नियंत्रण पाने में सफलता मिली। इसके बाद ही सॉक ने पोलियो वैक्सीन के इंजेक्शन की खोज की तथा वैज्ञानिक एल्बर्ट साबिन को पहली बार अमेरिका में पोलियो वैक्सीन के लिए लाइसेंस प्रदान किया गया।
कोप्रोव्स्की के पुत्र ने कहा कि लेकिन उनके पिता अपने शोधकर्ता साथियों को मिली लोकप्रियता की अपेक्षा अपनी खोज को मिली वैज्ञानिक मान्यता से ही काफी खुश थे।
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