बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने अपनी सरकार से कई मंत्रियों के इस्तीफे के बावजूद बुधवार को ब्रिटिश प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा देने से मना कर दिया. बोरिस जॉनसन की सरकार में कई कांड हो चुके हैं और उन पर नाराज सांसदों का दबाव बढ़ता ही जा रहा है. 58 साल के ने वादा किया है कि वो जनादेश को पूरा करेंगे, लेकिन मंगलवार रात से लगभग 10 इस्तीफों के बाद सत्ता से उनकी पकड़ ढीली पड़ती जा रही है.
मंगलवार को सबसे पहले ऋषि सुनाक ने वित्त मंत्री के पद से और साजिद जाविद ने स्वास्थ्य मंत्री के पद से इस्तीफा दिया था. दोनों ने कहा था कि वो बदनामी को और बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं जो बोरिस जॉनसन के आसपास पिछले कुछ महीनों में इकठ्ठा हुई है. इसमें डाउनिंग स्ट्रीट में कानून तोड़ना भी शामिल है जिसके कारण कानून का पालन करने वाली जनता नाराज हो गई थी.
संसद में प्रधानमंत्री के साप्ताहिक प्रश्नकाल के दौरान सभी तरफ के सांसदों ने जॉनसन को कई मुद्दों पर घेरा. लेकिन इस्तीफे की मांग को दरकिनार करते हुए उन्होंने सांसदों से कहा, "सच में प्रधानमंत्री का काम मुश्किल हालात में और भी मुश्किल हो जाता है जब आपके पास एक बड़ा जनादेष होता है इसे जारी रखने के लिए और वही मैं करने जा रहा हूं."
जॉनसन न केवल पिछले कुछ घंटों में कई मंत्रियों के जाने का नुकसान झेल चुके हैं बल्कि हाउस ऑफ कॉमन में की सबसे शक्तिशाली समितियों का घंटे भर लंबी आलोचना भी झेल चुके हैं.
सुनाक और जावेद का इस्तीफा उसके कुछ मिनटों बाद आया जब जॉनसन ने एक वरिष्ठ कन्जर्वेटिव को अपॉन्ट करने पर माफी मांगी थी. पिछले हफ्ते उन पर नशे में दो आदमियों को टटोलने का आरोप लगा था. पूर्व शिक्षा मंत्री नदीम जहावी को इसके बाद वित्त मंत्रालय सौंपा गया. जहावी ने स्काई न्यूज़ से कहा," आप इस नौकरी में आसान ज़िंदगी के लिए नहीं जाते हैं."
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