वाशिंगटन:
अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मिस्र में सेना द्वारा राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी को सत्ता से बेदखल किए जाने और संविधान निरस्त किए जाने पर चिंता जताते हुए सेना से तुरंत लोकतंत्र बहाली की अपील की है। साथ ही उन्होंने सभी पक्षों से साथ मिलकर काम करने और सेना से राष्ट्रपति मुर्सी तथा उनके समर्थकों की मनमाने तरीके से गिरफ्तारी नहीं करने की भी अपील की।
ओबामा ने यह अपील व्हाइट हाउस में रक्षा मंत्री चुक हेगेल, ज्वाइंट चीफ्स के प्रमुख जनरल मार्टिन डेम्पसी तथा अमेरिका की खुफिया एजेंसी सेंट्रल इंटेलीजेंस एजेंसी (सीआईए) के निदेशक जॉन ब्रेनन के साथ-साथ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों की बैठक के बाद की।
बैठक के बाद जारी बयान में ओबामा ने कहा कि अमेरिका मिस्र में सशस्त्र बलों द्वारा राष्ट्रपति मुर्सी को सत्ता से हटाने और देश का संविधान निरस्त करने के फैसले से चिंतित है। अमेरिका अपने इस रुख पर कायम है कि मिस्र का भविष्य केवल वहां के लोगों द्वारा निर्धारित किया जा सकता है।
ओबामा ने कहा, "मैं मिस्र की सेना से अपील करता हूं कि लोकतांत्रिक ढंग से निर्वाचित नागरिक सरकार की पूरे अधिकार के साथ जल्द से जल्द वापसी सुनिश्चित करने के लिए वह शीघ्र व जिम्मेदाराना कदम उठाए। इस क्रम में संयुक्त व पारदर्शी प्रक्रिया अपनाई जाए और सेना राष्ट्रपति मुर्सी तथा उनके समर्थकों की मनमाने तरीके से गिरफ्तारी न करे।"
ओबामा ने कहा, "अमेरिका का अब भी यह मानना है कि मिस्र में स्थायित्व की बुनियाद लोकतांत्रिक राजनीतिक व्यवस्था में है, जिसमें सभी पक्षों, धर्मनिरपेक्ष एवं धार्मिक सभी राजनीतिक दलों, जनता तथा सेना की भागीदारी हो।"
ओबामा ने यह अपील व्हाइट हाउस में रक्षा मंत्री चुक हेगेल, ज्वाइंट चीफ्स के प्रमुख जनरल मार्टिन डेम्पसी तथा अमेरिका की खुफिया एजेंसी सेंट्रल इंटेलीजेंस एजेंसी (सीआईए) के निदेशक जॉन ब्रेनन के साथ-साथ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों की बैठक के बाद की।
बैठक के बाद जारी बयान में ओबामा ने कहा कि अमेरिका मिस्र में सशस्त्र बलों द्वारा राष्ट्रपति मुर्सी को सत्ता से हटाने और देश का संविधान निरस्त करने के फैसले से चिंतित है। अमेरिका अपने इस रुख पर कायम है कि मिस्र का भविष्य केवल वहां के लोगों द्वारा निर्धारित किया जा सकता है।
ओबामा ने कहा, "मैं मिस्र की सेना से अपील करता हूं कि लोकतांत्रिक ढंग से निर्वाचित नागरिक सरकार की पूरे अधिकार के साथ जल्द से जल्द वापसी सुनिश्चित करने के लिए वह शीघ्र व जिम्मेदाराना कदम उठाए। इस क्रम में संयुक्त व पारदर्शी प्रक्रिया अपनाई जाए और सेना राष्ट्रपति मुर्सी तथा उनके समर्थकों की मनमाने तरीके से गिरफ्तारी न करे।"
ओबामा ने कहा, "अमेरिका का अब भी यह मानना है कि मिस्र में स्थायित्व की बुनियाद लोकतांत्रिक राजनीतिक व्यवस्था में है, जिसमें सभी पक्षों, धर्मनिरपेक्ष एवं धार्मिक सभी राजनीतिक दलों, जनता तथा सेना की भागीदारी हो।"
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