डेल्टा एयरलाइंस (Delta Airlines) के कर्मचारियों का कहना है कि वो यूनिफॉर्म पहनने की वजह से बीमार हो रहे हैं और उन्होंने निर्माता कंपनी पर मुकदमा दर्ज किया है. इसको लेकर डेल्टा एयलाइंस के एक समूह ने विस्कॉन्सिन के डॉजविल की निर्माता कंपनी पर मुकदमा दर्ज किया है. ट्रैवलर की रिपोर्ट के अनुसार, मुकदमा 31 दिसंबर को विस्कॉन्सिन में यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में दायर किया गया था और यह मई 2019 में डेल्टा के दो फ्लाइट अटेंडेंट द्वारा दायर किए गए मुकदमे के समान है. 525 डेल्टा कर्मचारियों ने विस्कॉन्सिन में यह मुकदमा दायर किया है.
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इसमें कहा गया है कि निर्माता कंपनी 'लैंड्स एंड' द्वारा 64,000 डेल्टा कर्मचारियों के लिए बनाई गई यूनिफॉर्म मई 2018 में उन्हे दी गई थी. ये 'पासपोर्ट प्लम' वर्दी फ्लाइट अटेंडेंट, टिकट और गेट एजेंट, हवाई अड्डे के ग्राहक सेवा के कर्मचारियों और स्काईक्लब श्रमिकों को दी गई थी. एनबीसी न्यूज के मुताबिक, मुकदमे में यह दावा किया गया है कि वर्दी पहनने से कर्मचारियों को सांस की गंभीर बीमारियां, साइनस, चकत्ते, फोड़े, फफोले, बालों का झड़ना, सिर दर्द, थकान और चिंता आदि जैसी समस्याएं होने लगी.
मामले के मुख्य वकील मैक्सवेल ने कहा, "ये वर्दी प्रभावित कर्मचारियों के लिए बहुत खतरनाक हैं." कार्यकर्ताओं की मांग है कि 'लैंड्स एंड' अपनी इन वर्दियों को वापस ले और प्रभावित कर्मचारियों के लिए स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रम शुरू करे.
मुकदमे के बावजूद, डेल्टा एयरलाइंस ने एक बयान में कहा कि यह वर्दी सुरक्षित हैं. एबीसी न्यूज के अनुसार, डेल्टा एयरलाइंस ने एक बयान में कहा है, "हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता हमारे कर्मचारियों की सुरक्षा है. इस वजह से हमने वर्दी को लेकर एक विज्ञान अध्ययन में निवेश किया. अध्ययन के परिणाम के मुताबिक हमारी वर्दी उच्चतम वस्त्र मानकों को पूरा करती है''.
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