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This Article is From Sep 10, 2015

डार्विन की इस खास चिट्ठी को नीलामी से मिल सकते हैं 60 लाख रुपये

डार्विन की इस खास चिट्ठी को नीलामी से मिल सकते हैं 60 लाख रुपये
AP फोटो
न्यूयॉर्क: ब्रितानी प्रकृतिवादी चार्ल्स डार्विन ने अपने जिस हस्तलिखित पत्र में यह कबूल किया है कि वह बाइबिल को एक ईश्वरीय कथन और यीसू मसीह को ईश्वर का पुत्र नहीं मानते, उसके 90,000 डॉलर (करीब 60 लाख रुपये) में नीलाम होने की उम्मीद है।

धर्म में डार्विन का विश्वास लंबे समय से बहस का मुद्दा बना हुआ है। डार्विन खुद भी इस पर सार्वजनिक बयान देने से परहेज करते थे, संभवत: ऐसा वे अपने दोस्तों और परिवार की भावनाओं का आदर करने के लिए करते थे।

डार्विन का यह पत्र एक युवा वकील फ्रैंसिस मैकडरमॉट के पत्र का जवाब है। मैकडरमॉट ने 23 नवंबर, 1880 को डार्विन को एक अनोखे अनुरोध के साथ पत्र लिखा था। उन्होंने लिखा है, 'अगर मुझे आपकी किताबें पढ़कर अच्छा महसूस होता है तो इससे मुझे यह भी नहीं लगना चाहिए कि न्यू टेस्टामेंट से मेरा विश्वास खत्म हो गया है।' मैकडरमॉट ने लिखा, 'आपको पत्र लिखने का कारण यह है कि मैं इस बारे में आपका जवाब हां या ना में जानना चाहता हूं कि क्या आप भी न्यू टेस्टामेंट में यकीन रखते हैं..'

मैकडरमॉट ने पत्र में यह वादा भी किया कि वह डार्विन के जवाब को सार्वजनिक नहीं करेंगे। डार्विन ने फिर अगले ही दिन इसका उत्तर दिया। डार्विन ने लिखा, 'प्रिय महोदय, आपको यह सूचित करते हुए मुझे खेद है कि मैं बाइबिल को एक ईश्वरीय कथन नहीं मानता और इसलिए यीसू मसीह (जीसस क्राइस्ट) को ईश्वर का पुत्र नहीं मानता।'

मैकडरमॉट अपने वादे के पक्के निकले और यह पत्र पिछले 100 सालों से शोधकर्ताओं से अनजान रहा। अब न्यूयॉर्क में 21 सितंबर को बोनहैम्स हिस्ट्री ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी में इस पत्र की नीलामी होगी, और इस पत्र के 70,000 से 90,000 डॉलर में नीलाम होने की उम्मीद है।

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