
पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ के खिलाफ देशद्रोह के मुकदमे की सुनवाई कर रही विशेष अदालत ने मुशर्रफ को 16 जनवरी को मामले की अगली सुनवाई के दौरान अदालत में मौजूद रहने का आदेश दिया है।
इस मामले की सुनवाई के दौरान सरकारी अभियोजक अकरम शेख ने कहा कि मुशर्रफ की चिकित्सा रिपोर्ट से किसी बीमारी का पता नहीं चलता है और उनकी सेहत 18 साल के किसी किशोर की तरह है।
मेडिकल रिपोर्ट का विश्लेषण करने के बाद परवेज मुशर्रफ के खिलाफ राजद्रोह के आरोप में मुकदमा चला रही विशेष अदालत ने उन्हें 16 जनवरी को अपने समक्ष उपस्थित होने को कहा है और संकेत दिया कि अगर मुशर्रफ उस दिन अदालत के समक्ष उपस्थित नहीं हुए तो वह मुश्किलों में घिरे इस पूर्व तानाशाह के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है।
विशेष अदालत के तीन न्यायाधीशों ने उनकी मेडिकल रिपोर्ट की सावधानीपूर्वक समीक्षा करने के बाद यह आदेश दिया।
मुशर्रफ को गत दो जनवरी को रावलपिंडी में एक सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अदालत ले जाए जाने के दौरान उन्हें दिल का दौरा पड़ा था। मुशर्रफ के घर के निकट विस्फोटक मिलने के बाद वह पिछली दो सुनवाइयों में अदालत के समक्ष उपस्थित नहीं हो सके थे।
आपको बता दें कि साल 2007 में आपातकाल लगाने के मामले में मुशर्रफ के खिलाफ राष्ट्रद्रोह की सुनवाई हो रही है।
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