चिकित्सा अध्ययन पत्रिका ‘द बीएमजे' में गुरुवार को प्रकाशित एक समीक्षा में कहा गया है कि हाथ धोना, मास्क पहनना और सामाजिक दूरी कायम रखने जैसे कोविड-19 प्रोटोकॉल इस वायरल रोग के मामलों में कमी के लिहाज से कारगर हैं और टीकाकरण के साथ ही इनका पालन करना भी जारी रहना चाहिए. इस समीक्षा में बताया गया कि मास्क पहनने से कोविड-19 के मामलों में 53 फीसदी की कमी आई और सामाजिक दूरी का पालन करने पर मामलों में 25 फीसदी की कमी आई.
विशेषज्ञों का कहना है कि संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए इनसे भी कड़े उपाय, मसलन लॉकडाउन या सीमाओं, स्कूलों और कार्यस्थलों को बंद करना आदि के आम लोगों पर नकारात्मक प्रभाव की आशंकाओं के लिहाज से इनका और आकलन करना आवश्यक है. ऑस्ट्रेलिया में मोनाश विश्वविद्यालय के अध्ययनकर्ताओं समेत अन्य अध्ययनकर्ताओं के एक दल ने उन अध्ययनों के डेटाबेस को खंगाला जिनमें कोविड-19, सार्स-सीओवी-2 संक्रमण और मृत्युदर की घटनाओं में कमी लाने में सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों के प्रभावी होने की जांच की गयी.
इनमें कुल 72 अध्ययनों को खंगाला गया जिनमें से 35 का विस्तृत विश्लेषण किया गया. इसमें पता चला कि मास्क पहनने से कोविड-19 की घटनाओं में 53 फीसदी तक की कमी आई और सामाजिक दूरी का नियम पालन करने से संक्रमण की घटनाओं में 25 फीसदी की कमी आई. हाथ धोने से भी रोग के मामलों में 53 फीसदी की कमी पायी गयी.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं